फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में क्रोएशिया जैसे कम आबादी वाले देश के पहुंचने को लेकर देश-दुनिया के लोग हैरानी जता रहे हैं। लेकिन क्रोएशिया की टीम को उनकी कामयाबी पर उसे ढेरों बधाइयां भी मिल रही हैं। इस बीच क्रोएशिया और फुटबॉल के बहाने भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भारत के ताजा हालात पर चिंता जताते हुए ट्वीट किया।
हरभजन ने लिखा, “लगभग 50 लाख की आबादी वाला देश क्रोएशिया फुटबॉल वर्ल्ड कप का फाइनल खेलेगा। और हम 135 करोड़ लोग हिंदू-मुसलमान खेल रहे हैं। सोच बदलो देश बदलेगा।”
हरभजन का यह ट्वीट देखते ही देखते वायरल होना शुरू हो गया। हरभजन के इस ट्वीट को 5,289 लोगों ने अब तक शेयर किया है। वहीं 18,869 लोगों ने इसे लाइक किया है। जबकि 2000 से अधिक लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी।
हरभजन के द्वारा इस तरह देश के ताजा हालात पर चिंता जाहिर करना सोशल मीडिया पर अधिकतर लोगों को रास नहीं आया। उल्टा वे हरभजन को ही ज्ञान देने में भिड़ गए। एक यूजर छगन सुंदेशा ने लिखा, “क्रोएशिया के फुटबाल खेलने से क्या हमारे देश की बाकी उपलब्धियों को नजरअंदाज कर रहे हो......क्या वो क्रिकेट में हमारे बराबर हैं। क्या उसके पास इसरो जैसी पॉवर है। क्या वो कबड्डी चैंपियन है। क्रोएशिया का सम्मान करो पर इससे अपने देश को नीचे मत दिखाओ।”
अभी नाम के एक ट्विटर हैंडल पर लिखा है, “41 लाख की जनसंख्या वाला देश है क्रोऍशिया, पर फुटबॉल खेल में रुचि है तो अव्वल है। हमारी रुचि दूसरे खेलों में है तो हम लोग उस खेल में अव्वल हैं, हमारा देश भी विश्व कप खेलता है और खेला भी है, और जीता भी है।”
कई लोगों ने हरभजन के इस ट्वीट को धर्म, राजनीति जैसे कई चश्मों से देखा। सारंगधर ने लिखा, “135 करोड़ की आबादी वाला देश क्रिकेट खेल रहा है और फुटबॉल विश्व विजेता अपनी एक क्रिकेट टीम तक न बना सका...अपने देश पर गर्व करना सीखिए...जो अपने साथी खिलाड़ी को छोटी सी बात पर थप्पड़ जड़ देते हैं आज वो सवा सौ करोड़ भारतीयों को ज्ञान बांट रहे हैं।”
हालांकि कई लोगों ने हरभजन की आलोचना की है लेकिन कुछ लोगों ने उनका समर्थन भी किया है। वसीउद्दीन सिद्दिकी ने लिखा है, “हरभजन सर आपकी सोच को सलाम। जब तक आप जैसे मशहूर लोग खुल कर सामने नही आयेंगे तब तक सियासी दल और मीडिया इसी तरह हिन्दू- मुस्लिम का खेल खेलती रहेंगी। आम जन जीवन से जुड़े बुनियादी मुद्दे गायब हैं।”