Advertisement

छात्र आत्महत्या: कल से भूख हड़ताल पर एचसीयू के एससी-एसटी शिक्षक

दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी पर मचे बवाल के बीच हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (एचसीयू) के अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) तबके के शिक्षक कल से भूख हड़ताल करेंगे। इन शिक्षकों ने कुलपति और प्रभारी कुलपति के इस्तीफे की मांग को लेकर यह निर्णय लिया है।
छात्र आत्महत्या: कल से भूख हड़ताल पर एचसीयू के एससी-एसटी शिक्षक

एचसीयू के एससी-एसटी शिक्षक फोरम ने आज एक बयान में कहा कि कुलपति अप्पा राव और अंतरिम कुलपति के इस्तीफे की मांग को लेकर दबाव बनाने के मकसद से वे कल से भूख हड़ताल करेेंगे। उन्होंने कहा कि अकादमिक एवं प्रशासनिक गतिविधियां बहाल करने के लिए कुलपति और अंतरिम कुलपति का इस्तीफा जरूरी है। प्रदर्शनकारी छात्रों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए फोरम के कई सदस्य पहले ही अपनी प्रशासनिक जिम्मेदारियां छोड़ चुके हैं।रोहित की आत्महत्या के विरोध में शिक्षकों के भी उतर आने पर गतिरोध के और बढ़ने की संभावना है। कई दिनों से विभिन्न तरीकों से विरोध कर रहे छात्रों को भी शिक्षकों के इस कदम से हौसला मिला है।  

उधर रोहित की आत्महत्या से आक्रोशित छात्रों ने आज अपना विरोध तेज करते हुए एचसीयू के अंतरिम कुलपति विपिन श्रीवास्तव के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। उस वक्त वह गैर-शिक्षण कर्मियों के साथ बैठक कर रहे थे। इसके बाद प्रदर्शनकारी छात्र विश्वविद्यालय परिसर से बाहर चले गए और कुलपति का पुतला जलाया। बाद में श्रीवास्तव छात्रों से वार्ता करने के लिए प्रदर्शन स्थल तक गए। लेकिन उन्हें छात्रोॆ के रोष का सामना करना पड़ा। छात्रों ने उनके खिलाफ वापस जाओ के नारे लगाए। छात्रों के आको्रोश को देखते हुए कुछ ही देर में उन्हें बैरंग वापस लौट जाना पड़ा। । 

अंतरिम कुलपति श्रीवास्तव ने कहा, हमारी लगातार आलोचना की जाती रही है कि कोई एक भी कोशिश नहीं कर रहा। सच यह है कि पुलिस हमें बाहर जाने से रोकती रही है। अवकाश पर गए कुलपति को भी और मुझे भी। क्योंकि उनका मानना है कि इससे कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है। उन्होंने कहा कि वह प्रदर्शन स्थल पर और अधिक समय तक रह सकते थे, लेकिन उन्हें लगा कि उनके रहने से भी कोई फायदा नहीं होने वाला है।प्रभारी कुलपति ने कहा, मैंने सोचा था कि वे चाहते हैं कि कोई आए और उनसे बात करे। इसलिए मैं वहां गया था। लेकिन बातचीत की कोई संभावना नहीं दिखी।

प्रदर्शनकारी छात्रों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के ज्यादातर विश्वविद्यालयों के छात्रों ने अपनी कक्षाओं का बहिष्कार किया। उन्होंने रोहित के लिए इंसाफ की मांग की।छात्रों और एससी-एसटी शिक्षकों ने श्रीवास्तव को अंतरिम कुलपति नियुक्त करने का विरोध किया है। उनका दावा है कि श्रीवास्तव ही कार्यकारी परिषद की उस उप-समिति के अध्यक्ष थे जिसका फैसला रोहित की मौत के लिए जिम्मेदार था और वह 2008 में एक अन्य दलित छात्र की मौत के मामले में भी आरोपी थे।

 

 

Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad