बच्ची की मां अभी भी बेटी की मौत की खबर से अनजान है। सोनम के पिता ने कहा, मेरी छोटी सी बच्ची ने अपनी मां की गोद में ही दम तोड़ दिया। यह भी दुखद है कि उसकी मां भी एसएमएस अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रही है और उसे यह पता भी नहीं है कि सोनम अब जिंदा नहीं रही। हनुमान ने दावा किया कि करीब 20-25 मिनट तक उनके परिवार के पांचों सदस्य दुर्घटनाग्रस्त कार में सड़क पर खून से लथपथ पड़े थे जबकि एक डॉक्टर हेमा मालिनी और अन्य को अपनी कार में जयपुर के फोर्टिस अस्पताल ले गए।
उन्होंने आरोप लगाया, हम सभी को दौसा पुलिस साथ ले गई और जिस अस्पताल में हमें ले जाया गया उसकी हालत खराब थी जहां हमारी चोटों का इलाज संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि बच्ची की मां को होश आ गया है लेकिन उसे बेटी की मौत के बारे में नहीं बताया गया। हनुमान की भाभी सीमा का अस्पताल में उपचार चल रहा है जबकि उनका बेटा सोमिल गंभीर हालत में है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मददगारों ने भी उनसे भेदभाव किया। वह कहते हैं कि हेमा सेलिब्रिटी हैं, इसलिए उनको हर किसी ने संभाला, लेकिन किसी ने उनकी ओर ध्यान नहीं दिया। गुस्सा दबाते हुए हनुमान ने कहा, ''मेरे इलाज के वक्त भी डॉक्टरों में हेमा की ही चर्चा थी। उनके चेहरे के निशान कब जाएंगे, मानो यही उनकी चिंता है।'' उधर, हेमा मालिनी ने शुक्रवार शाम पीड़ित परिवार का हालचाल लिया और हादसे में डेढ़ साल की बच्ची की मौत पर दुख जताया। वह शनिवार को प्राइवेट चार्टर्ड प्लेन से मुंबई रवाना हो गईं