शुक्रवार की सुबह 3.30 बजे 28 वर्षीय नोमान अपने चार साथियों के साथ मलेरकोटला से सहारनपुर जा रहा था। गौरतलब है कि मलेरकोटला पंजाब की मालवा पट्टी में है और राज्य का एकमात्र मुस्लिम बहुल जिला है। नोमान अपने साथियों के साथ वहां से दस बैल और पांच गाय खरीद कर, ट्रक के जरिये सहारनपुर ले जा रहा था। सूत्रों का कहना है कि मलेरकोटला से किसी ने सिरमौर (हिमाचल प्रदेश) जिले के सराहां गांव में गांववासियों को फोन कर दिया। सुबह 3.30 बजे जैसे ही इनका ट्रक सराहां गांव पहुंचा तो लगभग 250 लोगों की भीड़ ने ट्रक रोका और बिना बात किए एक-एक को ट्रक से नीचे उतार कर बुरी तरह से पीटा। सुबह दस बजे के करीब पुलिस आई और इन सभी को गिरफ्तार करके ले गई। इसके बाद पुलिस थाने में किसी ने कहा कि इनका एक साथी वहीं जंगल में रह गया है। जब पुलिस जंगल में नोमान को ढूंढने गई और उसे अस्पताल लेकर आई तो उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने अनजान लोगों के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
यही नहीं पुलिस ने सहारनपुर के रहने वाले इन लोगों को फिलहाल रिमांड पर ले लिया है और जानवरों को गोशाला भेज दिया है। मलेरकोटला से सहारनपुर से पशु खरीदना कोई नई बात नहीं है। पहले भी ऐसा होता रहा है। पंजाब से लोग हिमाचल के रास्ते होते हुए पशुओं को सहारनपुर ले जाते हैं। खेती के काम या अन्य कामों के लिए इनका प्रयोग किया जाता है। नोमान के रिश्तेदार का दावा है कि हमला बोलने वाले तमाम लोग बजरंग दल के थे। रविवार शाम शिमला में इसी मामले को लेकर बजरंग दल के लोगों ने प्रदर्शन भी किया। जिसके बाद सहारनपुर के इन लोगों के खिलाफ गो तस्करी का मामला दर्ज कर लिया गया।