भाजपा के एक सांसद ने लद्दाख का मामला संयुक्त राष्ट्र में उठने पर खुशी जताई है। भाजपा के इस सांसद का नाम जमयांग सेरिंग नामग्याल है, जो संसद में लद्दाख का ही प्रतिनिधित्व करते हैं। जमयांग सेरिंग नामग्याल ने शनिवार को कहा कि उन्हें खुशी है कि संयुक्त राष्ट्र की बैठक में लद्दाख के मसले पर चर्चा हुई, जिसकी कांग्रेस के शासन में संसद तक में चर्चा नहीं होती थी। एक न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान नामग्याल ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले के कारण लद्दाख पर संयुक्त राष्ट्र में चर्चा हुई। इससे पहले जब कांग्रेस की सरकार थी, तो लद्दाख की संयुक्त राष्ट्र तो छोड़िए संसद तक में भी चर्चा नहीं होती थी। यह मेरे लिए बेहद संतोषजनक बात है।”
नामग्याल शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर मसले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के बारे में जवाब दे रहे थे। इस बैठक में सदस्य देशों का समर्थन नहीं मिलने की वजह से चीन और पाकिस्तान अलग-थलग पड़ गए। बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर लोकसभा में बहस के दौरान उनके भाषण की काफी तारीफ हुई थी। लेकिन अब उनके इस बयान से कई सवाल उठ रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारतीय स्थायी प्रतिनिधि और एंबेसडर सैय्यद अकबरुद्दीन ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 से जुड़ा मामला “पूरी तरह भारत का अंदरूनी मामला है।”
भाजपा सांसद ने आगे कहा, “भारत सरकार अपने क्षेत्रों का विकास किस तरह करती है, यह उसका आंतरिक मामला है। अगर पड़ोसी को इससे कोई समस्या है, तो हम कुछ नहीं कर सकते हैं। लद्दाख भारत का अभिन्न अंग है। यह भारत का अमूल्य धरोहर है और इसे कैसे संभालना है, यह देश का अंदरूनी मामला है।”
परमाणु हथियारों को ‘पहले इस्तेमाल नहीं करने’ की नीति, लेकिन भविष्य में ‘परिस्थितियों’ पर निर्भरता वाले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर उन्होंने कहा, “लद्दाख की जनता हमेशा भारत सरकार के फैसले के साथ खड़ी रहेगी। अगर भविष्य में जंग नहीं हो, तो इससे अच्छा क्या हो सकता है, लेकिन देशहित में ऐसा होता है तो लद्दाख की जनता भारत सरकार के साथ होगी।”