सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में एक साथ तीन तलाक को भले ही खत्म कर दिया हो, लेकिन यह फैसला जमीनी तौर पर कितना और कब तक कारगर हो पाएगा यह अभी कहना मुश्किल है। यह सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि तीन तलाक के खिलाफ जंग लड़ने वाली इशरत जहां को समाज से ताने सुनने पड़ रहे हैं।
एक तरफ इशरत जहां कोर्ट के फैसले से बेहद खुश हैं लेकिन समाज-पड़ोस के लोगों के बर्ताव से वह विचलित भी हैं।
दरअसल, इशरत को उनके ही रिश्तेदारों और पड़ोसियों की आलोचना और ताने का सामना करना पड़ रहा है। एक जंग जीतने के बाद वह दूसरी जंग लड़ रही है। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, इशरत ने कहा कि आसपास के लोग उनको 'गंदी औरत' और इस्लाम विरोधी कहते हैं। उन्होंने बताया, “सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद मेरे ससुराल वाले और पड़ोसी चरित्र को लेकर टिप्पणी करते हैं। मुझे गंदी औरत जैसे शब्द सुनने को मिलते हैं। कई पड़ोसियों ने मुझसे बात करना छोड़ दिया है।”
गौरतलब है कि हावड़ा की रहने वाली इशरत जहां को उनके पति ने 2014 में दुबई से फोन करके उन्हें तीन तलाक बोल कर दे दिया था। इशरत जहां ने अगस्त 2016 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में कहा गया है कि ट्रिपल तलाक गैरकानूनी है और मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों का हनन है। इशरत उन पांच याचिकाकर्ताओं में से एक हैं जिनके कारण सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिया है।