हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी की मौत के बाद से शुरू हुए संघर्षों को रोकने के लिए घाटी के सभी 10 जिलों में कर्फ्यू लागू है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कश्मीर घाटी के सभी 10 जिलों में एहतियातन आज भी कर्फ्यू जारी रहा। उन्होंने कहा कि उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले और शहर के कुछ स्थानों पर संघर्षों के मद्देनजर कर्फ्यू जारी रखने का निर्णय लिया गया ताकि कानून-व्यवस्था बनाई रखी जा सके। इस बीच रविवार की रात पुलवामा से पीडीपी के विधायक के वाहन को पथराव कर रही भीड़ ने निशाना बनाया, जिसमें विधायक मोहम्मद खलील बांद घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि निषेधाज्ञा को सख्ती से लागू करने के लिए घाटी में बड़ी संख्या में पुलिस एवं अर्द्धसैन्य बल तैनात किए गए हैं।
हालांकि संघर्ष के मामले पहले की तुलना में कम दर्ज किए गए लेकिन अखबार लगातार तीसरे दिन बाजारों तक नहीं पहुंच सके। कश्मीर में पिछले आठ दिनों से बीएसएनएल मोबाइल को छोड़कर सभी मोबाइल सेवाएं निलंबित हैं और मोबाइल इंटरनेट सेवा भी बाधित हैं। सोमवार को अलगाववादियों द्वारा आहूत हड़ताल के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। स्कूल एवं कॉलेज गर्मी की 17 दिनों की छुट्टियों के बाद आज फिर से खुलने थे लेकिन वे बंद रहे। सरकार ने कानून-व्यवस्था के मौजूदा हालात के मद्देनजर छुट्टियां और एक सप्ताह के लिए बढ़ा दी हैं। अनंतनाग जिले के कोकेरनाग इलाके में बुरहान वानी और उसके दो अन्य साथियों के सुरक्षा बलों के साथ 9 जुलाई को मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से कश्मीर में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। सुरक्षा बलों के साथ हुए संघर्षों में एक पुलिसकर्मी समेत 39 लोग मारे गए हैं और 1500 सुरक्षाकर्मियों समेत 3200 लोग घायल हुए हैं।