बस्सी ने कहा था कि इन लोगों के खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की ओर से कई बार तलब किए जाने के बावजूद ये वकील दिल्ली पुलिस के समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे। बस्सी का बयान उस वक्त आया है जब एक टेलीविजन चैनल पर एक स्टिंग प्रसारित किया जिसमें इन वकीलों ने जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को पटियाला हाउस परिसर में पुलिस लाकअप में पीटने का दावा किया है। बस्सी ने एक चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, उनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई करने का विकल्प है। हम कानून के तहत आगे बढ़ेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो उनको गिरफ्तार करेंगे। पुलिस ने तीन वकीलों विक्रम सिंह चौहान, यशपाल सिंह और ओम शर्मा को जांच के संदर्भ में समन किया था। ओम शर्मा पहुंचा, लेकिन शेष दो वकील अब तक पुलिस के समक्ष हाजिर नहीं हुए हैं।
इस बीच दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग ने जेएनयू छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार के मामले में पुलिस का प्रतिनिधित्व करने के लिए चार वकीलों की नियुक्ति की और आप सरकार के वकील राहुल मेहरा को इस मामले से हटा दिया। इस मुद्दे को लेकर उप राज्यपाल और आप सरकार के बीच नए सिरे से सियासी जंग शुरू हो सकती है। संयुक्त आयुक्त दक्षिण-पूर्व को भेजे पत्र में उप राज्यपाल के कार्यालय ने अनिल सोनी को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 24:8: के तहत वकील नियुक्त करने को मंजूरी दी है। सोनी के अलावा तुषार मेहता, संजय जैन और शैलेंद्र बब्बर को भी नया वकील नियुक्त किया गया है।