मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने देश के उलेमाओं से मदरसे में दीनी और मजहबी तालीम के साथ स्किल डेवलपमेंट, कंप्यूटर शिक्षा और दूसरी दुनियावी तालीम देने का भी आह्वान किया है।
मंच के मुख्य संरक्षक और वरिष्ठ संघ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि माता-पिता एवं अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को बेहतरीन तालीम दें। उन्हें देशभक्ति और वतन के शहीदों के बारे में बताएं ताकि वे हमारी गुजरी हुई पीढ़ी और गुजरे हुए कल की इज्जत करें।
उन्होंने सीएए और एनआरसी की हिमायत की और विश्वास दिलाया कि दूसरे देशों के सताए अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि एक समय बांग्लादेश में लगभग 30 प्रतिशत हिंदू थे लेकिन आज वो घट कर मात्र 9 प्रतिशत रह गए हैं। वहां हिंदुओं पर होने वाले जुल्म और अत्याचार के कारण बांग्लादेशी हिंदुओं की तादाद 21 फीसदी कम हो गई है। ऐसे में एक सहिष्णु देश होने के कारण भारत में ऐसे प्रताड़ित लोगों को भी नागरिकता मिलनी चाहिए।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की निंदा करने पर इमरान खान की कड़ी आलोचना करते हुए वरिष्ठ संघ नेता ने कहा कि दुनिया के मुसलमानों के लिए क्या अयोध्या राम मंदिर समस्या है? उन्होंने कहा कि तीन तलाक पर कानूनी रोक से मुस्लिम महिलाओं की न केवल जिंदगी संवरी है बल्कि इस्लाम के सही जज्बे को भी लोगों ने समझा है। इस्लाम में तीन तलाक जैसी चीजों को जायज नहीं माना जाता है और रसूल को भी ये नापसंद था। संघ नेता ने कहा कि औरत सक्षम है हर काम में सफलता प्राप्त करने के लिए, आप मौका तो दें।