ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने रविवार को लखनऊ में रविवार को आपात बैठक बुलाई। इसमें असदउद्दीन ओवैसी और जफरयाब जिलानी सहित कई बड़े नेता शामिल हुए। बैठक के बाद बोर्ड के सज्जाद नोमानी ने कहा कि ट्रिपल तलाक पर लाए जाने वाले कानून के मसौदे पर हमसे कोई सलाह-मश्विरा नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि बोर्ड के अध्यक्ष प्रधानमंत्री से मिलेंगे और उनसे अपील करेंगे कि इस बिल को संसद में पेश ना किया जाए।
No procedure was followed in drafting this bill, neither any stakeholder was consulted. President of AIMPLB will convey this stand to PM and request him to withhold and withdraw the bill: Sajjad Nomani, AIMPLB #TripleTalaq pic.twitter.com/EMa1RgBC6b
— ANI (@ANI) December 24, 2017
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के एक बार में ट्रिपल तलाक को गैर कानूनी करार दिए जाने के बाद अब इस पर कानून बनाने का निर्णय लिया है। यह विधेयक जल्द ही संसद में रखा जा सकता है। लेकिन बोर्ड के कई सदस्यों का आरोप है कि सरकार ने बिल तैयार करने के पहले मुस्लिम समाज की राय नहीं ली है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस आपात बैठक में शामिल होने के लिए बोर्ड की वर्किंग कमेटी के सभी 51 सदस्यों के बुलाया गया था। बैठक में शिरकत करने बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसन नदवी, बोर्ड के महासचिव मौलना सईद वली रहमानी के अलावा सेक्रेटरी मौलना खालिद सैफुल्लाह रहमानी, ख़लीलुल रहमान सज्जाद नौमानी, मौलाना फजलुर रहीम, मौलाना सलमान हुसैनी नदवी भी पहुंचे थे।