मुस्लिम मंच के नेता ने बताया कि वह राम मंदिर दर्शन के लिए अयोध्या आए हैं। साथ में एक ट्रक ईंट भी मंदिर निर्माण में सहयोग के लिए लाए हैं। उन्हें बताया गया कि राम मंदिर दर्शन अवधि समाप्त हो गई है। रामलला का दर्शन अब पहली पाली में शुक्रवार को संभव हो सकेगा। रामजन्म भूमि थानाध्यक्ष सुनील मिश्र ने बताया कि सभी को वापस लखनऊ भेज दिया गया है।
इसके पहले लखनऊ में कई मुस्लिम नेता खुलकर राममंदिर बनाने के पक्ष में आ गए हैं। कई मुस्लिम नेताओं ने राम मंदिर निर्माण को लेकर जगह-जगह पर कई पोस्टर भी लगाए थे जिसमें अयोध्या में ही राम मंदिर बनाने की बात कही गई है। पोस्टर में लिखा है, देश के मुसलमानों का यही है मान...राम मंदिर का हो वहीं निर्माण...एक और पोस्टर में लिखा है, हो जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण...मुस्लिमों का यही अरमान।
श्रीराम मंदिर निर्माण मुस्लिम कार सेवक मंच' संगठन के अध्यक्ष आजम खान ने इलाके में करीब 10 होर्डिंग्स लगवाए थे। इस पर आजम ने कहा कि राम ही हिंदूस्तान की पहचान हैं। अयोध्या में राम मंदिर का भव्य निर्माण जरुर हो। उन्होंने बताया कि ऐसा करने पर मुझे फोन पर जान से मारने की धमकियां मिलने लगी हैं।
मंच के अध्यक्ष आजम खान ने कहा कि ये सभी मुसलमान लोग लखनऊ से आए हैं। उनका मकसद है राम मंदिर का निर्माण करवाना। वहीं, कोतवाल अरविंद कुमार पांडेय ने बताया कि मुसलिम मंच के सदस्य बस्ती, महाराजगंज, गोरखपुर, लखनऊ व अन्य कई जगहों से आए थे।
मुसलिम समुदाय के लोगों का कहना है कि वे लोग ईंट देकर मंदिर निर्माण में सहयोग करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें बताया गया कि मंदिर बंद है। इसके बाद इन लोगों ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) से संपर्क किया है। इस समय ईंट से भरा ट्रक नयाघाट बांध तिराहे पर है। विहिप के लोग जहां कहेंगे, मंच ईंट को वहां पहुंचा देगा।