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चंद्रबाबू नायडू बोले, डिजिटल लेन देन में अफसर-नेताओं से तो शराबी हैं बेहतर

आंध्र प्रदेश के मुख्‍यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि कैशलेस लेन देन को बढ़ावा देने के लिए मंत्रियों और अधिकारियों को आगे आना होगा। नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार लोगों से कैशलेस लेन देन पर जोर दे रही है। इसके लिए केंद्र सरकार ने कई योजनाओं की घोषणा भी की है। इन सबके बीच अलग-अलग राज्य सरकारें कैशलेस लेन देन को आम चलन में शामिल करने की कोशिश में जुटी हुई हैं। सरकार की इसी सोच पर संज्ञान लेते हुए चंद्रबाबू नायडू ने डिजिटल लेन देन पर एक समीक्षा बैठक की और उसमें उन्‍होंने मंत्रियों और अधिकारियों को जमकर फटकारा।
चंद्रबाबू नायडू बोले, डिजिटल लेन देन में अफसर-नेताओं से तो शराबी हैं बेहतर

नायडू ने नकदी रहित लेन देन नहीं करने वाले अपने मंत्रियों और नौकरशाहों को आड़े हाथों लिया। मुख्यमंत्री ने व्यंग्य करते हुए शराबियों की प्रशंसा की और कहा कि डिजिटल अर्थव्यवस्था के अनुकूल शीघ्र ढलने के मामले वे नेताओं और अफसरों से अच्छे हैं।

नायडू ने मंत्रियों एवं 200 से अधिक नौकरशाहों से कहा कि डिजिटल अर्थव्यवस्था को अपनाने वाले लोग अपने हाथ उपर करें, जिस पर बहुत कम हाथ उपर उठे। इसके बाद नायडू ने कहा कि आप में से 25 प्रतिशत भी नकदी रहित लेन देन नहीं कर रहे। यदि आप ऐसा करेंगे तो देश में सुधार कैसे होगा? यह नहीं होगा। यह सबसे बड़ी चुनौती है। आपकी मानसिकता को बदलना होगा।

उन्होंने कहा कि देखिए, शराब की दुकानों में किस प्रकार प्वाइंट ऑफ सेल मशीनों का इस्तेमाल हो रहा है। एक शराबी यदि शाम को शराब नहीं पीता, तो उसका दिमाग काम नहीं करेगा और इसलिए उसने नकदी रहित लेन देन करना सीख लिया है। उसने जरूरत के चलते ऐसा किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी को भी डिजिटल अर्थव्यवस्था को अपनाना चाहिए। डिजिटल लेने देन पर 13 सदस्यीय केंद्रीय समिति की अध्यक्षता कर रहे नायडू ने नोटबंदी के बाद धन प्राप्त करने में पेंशनभोगियों को हो रही परेशानी के मद्देनजर कहा कि उन्होंने कल्याण पेंशनों को लाभार्थियों के बैंक खातों में डालकर गलती की और अगले महीने से पेंशन 500-500 रुपए की दो किश्तों में नकद दी जाएगी।

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