पेगासस जासूसी के मुद्दे को लेकर विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। लिहाजा इस सत्र के दौरान सदन में भारी हंगामा देखने को मिल रहा है। इस बीच राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को पेगासस जासूसी मुद्दे को लेकर आसन के समक्ष तख्तियां लेकर हंगामा कर रहे तृणमूल कांग्रेस के 6 सदस्यों को पूरे दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया है।
आज सुबह जब सभापति ने किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए दिए गए नोटिस स्वीकार करने और अन्य नोटिस खारिज किए जाने के बारे में सूचना दी तो टीएमसी और अन्य विपक्षी दलों के सदस्य वेल में आकर जमा हो गए और पेगासस जासूसी मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा करने लगे।
जिसके बाद सभापति ने इन सदस्यों से अपने स्थानों पर लौटने और कार्रवाई को चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा कि जो सदस्य आसन के समक्ष आ गए हैं औऱ तख्तियां दिखा रहे हैं, उनके नाम नियम 255 के तहत प्रकाशित किए जाएंगे और उन्हें पूरे दिन के लिए निलंबित कर दिया जाएगा।
बाद में एक संसदीय बुलेटिन में बताया गया कि जिन 6 सांसदों को पूरे दिन के लिए निलंबित किया गया उनमें टीएमसी के डोला सेन, मोहम्मद नदीमुल हक, अबीर रंजन विश्वास, शांता छेत्री, अर्पिता घोष और मौसम नूर के नाम शामिल हैं।
बुलिटिन में कहा गया कि राज्यसभा के ये सदस्य तख्तियां लेकर आसन के समक्ष आ गए, आसन की आज्ञा का पालन नहीं किया और आज सुबह उनका आचरण पूरी तरह से अनुचित था। सभापति ने उन्हें नियम 255 के तहत सदन से बाहर निकल जाने के लिए कहा था।
वहीं छह सांसदों ने कहा, "दिन की शेष बैठक के दौरान खुद को अनुपस्थित रखेंगे।"
बता दें कि नियम 255 के तहत नाम लिए जाने के बाद सदस्यों को पूरे दिन के लिए सदन की कार्रवाई से निलंबित कर दिया जाता है।