बताया जा रहा है कि जांच के दौरान NIA को बड़ी मात्रा में पाकिस्तानी,यूएई और साउदी अरब की करेंसी मिली है। जांच एजेंसी ने अलगाववादी और हवाला ऑपरेटर्स के ठिकानों पर कार्रवाई की। शनिवार को हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी के करीबियों के यहां छापेमारी की गई थी। गौरतलब है कि एनआईए ने इस मामले में कश्मीर के अलगाववादी नेताओं के खिलाफ 19 मई को प्रिलिमिनरी इन्क्वायरी का केस दर्ज किया था, जिसे शुक्रवार शाम को रेग्युलर केस में बदल दिया गया। इसके बाद जांच एजेंसी ने घाटी में अलगाववादी नेताओं के घरों समेत देश में अन्य जगहों पर छापे की कार्रवाई शुरू की। शनिवार को कश्मीर, दिल्ली और हरियाणा के सोनीपत में 23 जगहों पर छापे मारे गए थे।
अलगाववादियों की बढ़ सकती है मुश्किलें
सुत्रों का कहना है कि इन छापों के बाद NIA के हाथ काफी सबूत लगें है। इसलिए आने वाले दिनों में अलगाववादियों की मुश्किलें बढ़ सकती है। गौरतलब है कि ईडी ने अलगाववादी नेता शब्बीर शाह को भी मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत नोटिस भेजा है। ईडी ने उसे 6 जून को पेश होने को कहा है। शब्बीर पर हवाला के जरिए करोड़ों रुपए लेने का आरोप है। 2005 में हथियारों और विस्फोटक के साथ पकड़े गए असलम वानी ने यह खुलासा किया था।
पाक से पैसे मिलने की बात कबूली थी
बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले एनआईए की पूछताछ में 3 अलगाववादी नेताओं नईम खान, गाजी जावेद बाबा और फारूख अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे ने यह माना था कि उन्हें पाकिस्तान से फंड मिलता है। साथ ही इन नेताओं ने हुर्रियत के तार पाकिस्तान से जुड़े होने की बात मानी थी आरोप है कि इन्हें सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, स्कूलों और अन्य सरकारी संस्थानों को जलाने जैसे विध्वंसक गतिविधियों के लिए लश्कर चीफ हाफिज सईद से पैसा मिलता है। घाटी में सिक्युरिटी फोर्सेस पर पत्थर बरसाने के लिए हुर्रियत नेताओं को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों और पाक खुफिया एजेंसी ISI दोनों से फंडिंग होती है।
बड़े बिजनसमैन के यहां भी पड़ा था छापा
सुत्रों का कहना है कि शनिवार को एक बड़े बिजनेसमैन के यहां भी छापा मारा गया था। बताया जा रहा है कि इस बिजनेस मैन के बच्चों की शादी में पाक अधिकृत कश्मीर के पीएम सुलतान महमूद और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला भी शामिल हुए थे।