उनका कहना है कि भारत के धीरे-धीरे डिजिटल ट्रांजैक्शकन की ओर बढ़ने से देश में पारदर्शिता बढ़ेगी और लीकेज में कमी आएगी। बिल गेट्स ने यह बात नई दिल्ली में नीति आयोग की ओर से आयोजित "ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया" लेक्चर सीरिज के तहत आयोजित व्याख्यान में कही।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट के कई वरिष्ठ मंत्री तथा नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पानगढ़िया मौजूद थे। गेट्स ने अपने भाषण के दौरान नोटबंदी संबंधी मोदी सरकार के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि ऊंची मूल्य के नोट बंद करने और इसकी जगह हाई सीक्योरिटी फीचर वाले नए नोट शुरू करने का फैसला साहसिक है।
उनहोंने कहाा कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था में व्याप्त कालेधन को कम करने की दिशा में अहम कदम है। गेट ने कहा कि सरकार अगर डिजिटल ट्रांजेक्शन यानी ऑनलाइन लेन-देन को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठाती है तो इससे पारदर्शिता आएगी। साथ ही इससे लीकेज भी रुकेगी।
समूचा विपक्ष मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले की आलोचना कर रहा है। इसी बीच इस फैसले की गेट्स की ओर से प्रशंसा करना काफी मायने रखता है।