एक रैंक एक पेंशन (ओआरओपी) पर केंद्र सरकार के अधिसूचना जारी करने के बावजूद भी सरकार के रुख पर सैनिकों में असंतोष और आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को जंतर मंतर पर इसका विरोध कर रहे पूर्व सैनिकों ने एक मार्च निकालते हुए राष्ट्रपति भवन की ओर जाने का भी प्रयास किया, जिसे दिल्ली पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर रोक दिया। पुलिस द्वारा रोके जाने पर नाराज फौजियों ने वहा हंगामा किया जिसके बाद 11 रिटायर्ड फौजियों के एक प्रतिनिधिमंडल को राष्ट्रपति से मिलने की इजाजत दी गई। गौरतलब है कि सरकार ने हाल ही में 24 लाख से अधिक पूर्व सैनिकों के लिए ओआरओपी पर एक नोटिफिकेशन जारी किया था। लेकिन पूर्व सैनिकों का एक धड़ा सरकार के इस निर्णय से नाखुश है।
बुधवार को दीवाली अवसर पर अमृतसर में जवानों के बीच पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि दीपावली के तोहफे के तौर पर ओआऱओपी सरकार ने आपको दे दिया है। फौजियों से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि ओआरओपी के लिए हम एक आयोग का गठन करेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें अगर आपको समस्या हो तो आप सलाह दे सकते हैं।
बता दें कि केंद्र सरकार ने फौजियों के लिए एक रैंक एक पेंशन का दीवाली पर एलान करने का निर्णय लिया था। लेकिन सरकार के निर्णय से नाराज पूर्व सैनिक अपने मेडल लौटाने का एलान कर चुके हैं। विरोध कर रहे पूर्व सैनिकों का कहना है कि वो अपने मेडलों को एक साथ सरकार को लौटाएंगे।