बिहार के बाहुबली नेता पप्पू यादव के बेटे सार्थक रंजन का दिल्ली की टी-20 टीम में खराब प्रदर्शन के बावजूद सेलेक्शन हो गया है। सार्थक ने इस सीजन में एक भी मैच नहीं खेला है।
पप्पू यादव माधेपुर से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के पूर्व सांसद हैं। जन अधिकार पार्टी के नाम से उन्होंने खुद की पार्टी भी बनाई है। पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन बिहार के सुपौल जिले से कांग्रेस पार्टी की सांसद हैं।
बता दें कि हाल ही में हुए टूर्नामेंट में सार्थक रंजन का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। सार्थक ने इस टूर्नामेंट में खेले गए लगातार तीन मैचों में क्रमश: 5,3, और 2 रन बनाए।
चयनकर्ताओं ने पप्पू यादव के बेटे का सेलेक्शन करने के लिए कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को भी नजरअंदाज किया है। इनमें सबसे ऊपर सीके नायडू ट्रॉफी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हितेन दलाल भी शामिल हैं। हितेन ने इस सीरीज में एक शतक और तीन अर्धशतकों की मदद से 91.58 की औसत से कुल 468 रन बनाए थे।
पप्पू यादव के बेटे का चयन जिस समिति ने किया है, उसमें अतुल वासन, हरी गिदवानी और रॉबिन सिंह जूनियर शामिल थे। ऐसा माना जा रहा है कि इस चयन समिति ने पप्पू यादव के बेटे का सेलेक्शन करने के लिए कई खिलाड़ियों के प्रदर्शन को नजरअंदाज किया है।
इससे पहले सार्थक रंजन ने रणजी ट्रॉफी के संभावित खिलाड़ियों की सूची से अपना नाम वापस ले लिया था। इससे संबंधित एक रिपोर्ट में बताया गया था कि सार्थक रंजन की खेल से दिलचस्पी अब खत्म हो चुकी है और उनका रुझान बॉडी बिल्डिंग की तरफ बढ़ रहा है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि वह अब मिस्टर इंडिया प्रतियोगिता के लिए तैयारी कर रहे हैं।
इसके बाद सार्थक की मां रंजीत रंजन ने डीडीसीए के एडमिनिस्ट्रेटर जस्टिस विक्रमजीत सेन को इससे संबंधित एक मेल भी लिखा था। इस मेल में उन्होंने अपने बेटे की खराब मानसिक स्थिति का जिक्र किया था और कहा था कि अब वह वापस खेलने के लिए पूरी तरह से फिट है। इसके बाद विक्रमजीत सेन ने यह लेटर चयन समिति को भेजा और सार्थक रंजन का बिना कोई मैच खेले दिल्ली की अडंर-23 टीम में चयन हो गया।