दिल्ली के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक विकलांग महिला को व्हील चेयर न मुहैया कराने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में एक ऑनलाइन याचिका चलाई जा रही है, जिसमें सरकार से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने को कहा जा रहा है।
यह घटना एयर इंडिया की ही क्षेत्रीय विंग एलायंस एयर से देहरादून से नई दिल्ली आने वाली फ्लाइट में विकलांगों के लिए काम करने वाली दिल्ली विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर अनीता घई के साथ घटित हुई। अनिता विकलांग हैं और उन्होंनेएयरलाइंस को पहले से सूचित कर रखा था कि उन्हें व्हील चेयर की जरूरत है। अनीता ने बताया कि हवाई अड्डे पर आने के बाद उन्होंने जब व्हील चेयर की मांग की, तो उनसे इंतजार करने को कहा। एक घंटे से अधिक समय इंतजार करने के बाद भी उन्हें व्हील चेयर नहीं दी गई और उन्हें पैरों के बल रेंग कर नीचे बस तक जाना पड़ा। हालांकि एयरलाइंस ने उनके आरोप को खारिज करते हुए कहा कि अनीता को देर से सुविधा दी गई। इस देर के लिए एयरलाइंस ने सुरक्षा कारण और हवाई जहाज का दूर खड़ा होना बताया। लेकिन अनीता घई का कहना है कि एयरलाइंस ने उन्हें अपमानित किया और पहले से सूचना देने के बावजूद उन्हें सहूलियत नहीं मुहैया कराई, जो सरासर अन्याय है। एक घंटे हवाई जहाज में इंतजार करने के बाद कोच तक मुझे रेंग कर जाना पड़ा।
इस पूरे प्रकरण पर एक ऑनलाइन याचिका चल रही है, जिसमें सरकार से एक विकलांग महिला के साथ असम्मानित व्यवहार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई जा रही है। इस याचिका में एयरइंडिया से पीड़ित महिला से बिना शर्त माफी लेने की मां ग भी हो रही है।