भारत ने विश्वबैंक की कारोबार सुगमता रिपोर्ट रैंकिंग में लंबी छलांग लगाई है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, देश की रैंकिंग 30 पायदान सुधरकर 100वें स्थान पर पहुंच गयी। इससे उत्साहित सरकार ने सुधारों को आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया जिससे देश आने वाले वर्ष में कारोबार सुगमता के मामले में शीर्ष 50 देशों में शामिल हो सकता है।
लेकिन विपक्ष मोदी सरकार पर हमालवर है। इस रैकिंग पर तंज कसते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया है। राहुल गांधी आजकल अपने ट्वीट्स को लेकर भी चर्चा में बने हुए हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर सीधे वित्त मंत्री अरुण जेटली को निशाने पर लिया। इस ट्वीट पर राहुल गांधी ने मजाकिया लहजे में जेटली को डॉ जेटली कहकर संबोधित किया। राहुल गांधी ने ग़ालिब के शेर में फेरबदल करते हुए ट्वीट किया कि ''सबको मालूम है “ease of doing business” की हकीकत, लेकिन ख़ुद को खुश रखने के लिए "Dr Jaitley" ये ख्याल अच्छा है।''
सबको मालूम है “ease of doing business” की हकीकत, लेकिन
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 1, 2017
ख़ुद को खुश रखने के लिए "Dr Jaitley" ये ख्याल अच्छा है
नरेंद्र मोदी सरकार के 2014 में सत्ता में आने के समय भारत की रैंकिंग 142 थी। पिछले साल यह 130 थी।
इस साल भारत एकमात्र बड़ा देश है जिसने कराधान, निर्माण परमिट, निवेशक संरक्षण और ऋण शोधन के लिये उठाये गये कदम के दम पर यह बड़ी उपलब्धि हासिल की। विश्व बैंक ने कहा इस साल के आकलन में यह शीर्ष 10 सुधारकर्ता देशों में एक है। कारोबार सुगमता के 10 संकेतकों में से आठ में सुधारों को क्रियान्वित किया गया। यह पहला मौका है जब भारत इस मामले में पहले 100 देशों में शामिल हुआ।
इस बारे में अपनी प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “हम रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफार्म के मंत्र के साथ रैंकिंग में और सुधार करने तथा अधिक आर्थिक वृद्धि हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
Guided by the Mantra of ‘Reform, Perform & Transform’ we are determined to further improve our rankings & scale greater economic growth.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 31, 2017
उन्होंने कारोबार सुगमता में भारत की रैंकिंग में उछाल की सराहना की और कहा कि यह चौतरफा तथा विविध क्षेत्रों में किये गये सुधारों का नतीजा है।
नई दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा, ‘‘व्यापार सुगमता के मामले में हमने जो रैंकिंग हासिल की है, यह अबतक का सबसे बड़ा उछाल है। यह भारत के लिये काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले तीन-चार साल से हम रैंकिंग से संबद्ध सभी 10 मानदंडों में सुधार की कोशिश कर रहे थे ताकि देश में कारोबार करना आसान हो।’’