भाजपा नेता राम माधवन ने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा है, 'मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट में ये मामला चल रहा है और इसे चलने देना चाहिए। इस पर बात-विचार और बहस बाद में भी किए जा सकते हैं। बता दें कि भाजपा नेता का यह बयान तब आया है जब आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने इस मुद्दे में अपनी मध्यस्थता की भूमिका की पहल की थी।'
Ram Temple matter is in SC, and I think we should let the legal process be complete, other discussions can be held after that: Ram Madhav,BJP on Sri Sri Ravishankar mediating with stakeholders pic.twitter.com/jtrlvMqsmK
— ANI (@ANI) November 15, 2017
गौरतलब है कि आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद में मध्यस्थता की बात की थी लेकिन सुन्नी बोर्ड और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बुधवार को उनके इन प्रयासों को ठुकरा दिया। सुन्नी बोर्ड ने साफ शब्दों में इस मुद्दे में श्री श्री रविशंकर की मध्यस्थता को नकारते हुए कहा कि उन्हें कोई कानूनी अधिकार नहीं है।
चूंकि कुछ सप्ताह पहले ही श्री श्री रविशंकर ने इस मुद्दे को हल करने के लिए सभी पक्षकारों से मिलने की इच्छा जताई थी। इसी बीच बुधवार को श्री श्री रविशंकर ने इस मुद्दे पर बातचीत करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने लखनऊ स्थित आवास पर भी बुलाया था। दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस मुद्दे पर बात करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में सूफी और मुस्लिम बोर्ड से मिले।
सोमवार को जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में संबोधित करते हुए श्री श्री रविशंकर ने कहा कि किसी भी मुद्दे को हल करने का एकमात्र उपाय बातचीत करना है। इस दौरान इस मुद्दे में शांति वार्ता के अपने प्रयासों के सकारात्मक परिणाम के लिए वे आश्वस्त दिखे। बता दें कि, पिछले महीने श्री श्री रविशंकर से मुलाकात के बाद शिया वक्फ बोर्ड के प्रमुख वसीम रिजवी ने भी कहा था कि उनकी मुलाकात काफी सकारात्मक रही और बोर्ड उनके पहल का स्वागत करता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि राम मंदिर निर्माण 2018 के शुरुआत से शुरु की जा सकती है।