सुप्रीम कोर्ट के 4 सिटिंग जजों द्वारा न्यायपालिका की खामियों की शिकायत लेकर मीडिया के सामने आने से हड़कंप मचा हुआ है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के फौरन बाद इस पर कानूनविदों और नेताओं की ओर से प्रतिक्रिया आनी भी शुरू हो गई है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और वकील सुब्रमण्यम स्वामी ने इसे बेहद गंभीर मामला बताया है। उन्होंने कहा, “हम उनकी आलोचना नहीं कर सकते, वे महान ईमानदार लोग हैं उन्होंने अपने बहुत से कानूनी कॅरिअर का बलिदान किया है, वे चाहते तो वरिष्ठ सलाहकार के रूप में पैसे कमा सकते थे। हमें उनका सम्मान करना चाहिए।”
स्वामी ने पीएम नरेंद्र मोदी से इस मामले में दखल देने की मांग की है।
We can't criticize them, they are men of great integrity & have sacrificed a lot of their legal career, where they could've made money as senior counsels. We must respect them. PM must ensure that the 4 judges & CJI, in fact whole SC come to one opinion & proceed further: S.Swamy pic.twitter.com/dYj6MJPhkO
— ANI (@ANI) January 12, 2018
इस मसले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि यह बेहद दुखी करने वाला और दर्दनाक है कि शीर्ष अदालत की जमीन में इतना गंभीर तनाव कि जजों को मीडिया के सामने आकर संबोधित करना पड़ा।
Deeply sad & pained, also feel a sense of agony that highest court of land should come under such severe stress that forces judges to address the media: Salman Khurshid, senior advocate on press conference by 4 Supreme Court judges. pic.twitter.com/vtGg2JRQYJ
— ANI (@ANI) January 12, 2018
बता दें कि अपने संबोधन में चीफ जस्टिस के बाद दूसरे सबसे सीनियर जज जस्टिस चेलमेश्वर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कभी-कभी होता है कि देश के सुप्रीम कोर्ट की व्यवस्था भी बदलती है। सुप्रीम कोर्ट का प्रशासन ठीक तरीके से काम नहीं कर रहा है, अगर ऐसा चलता रहा तो लोकतांत्रिक परिस्थिति ठीक नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि हमने इस मुद्दे पर चीफ जस्टिस से बात की, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी।