नई दिल्ली। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के रहस्यमय तरीके से लापता होने से संबंधित रिकॉर्ड्स को इसलिए जारी नहीं किया जा रहा क्योंकि हो सकता है कि वे गुम हो गए हों, उन्हें चूहे कुतर गए या वे बिखर गए।
देश के पहले मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला ने गुरुवार को यह बात सूचना आयुक्त श्रीधर अचार्युलू की लिखी किताब आरटीआई यूज एंड अब्यूज के विमोचन के मौके पर कही। वह सरकार द्वारा दस्तावेजों को ठीक तरीके से नहीं सहेजने के विषय में बोल रहे थे। अचार्युलू की पुस्तक आरटीआई यूज एंड अब्यूज आयोग में उनके पहले वर्ष के अनुभव पर आधारित है जिस दौरान उन्होंने करीब 3200 आदेश जारी किए।
हबीबुल्ला ने सेंटर फाॅर मीडिया स्टडीज की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कहा, जब प्रधानमंत्री जर्मनी गए थे, नेताजी के कुछ रिश्तेदारों ने उनसे मुलाकात की थी। उन्होंने नेताजी की मौत या जीवित रहने और इससे जुड़े रिकार्ड के बारे बात की थी कि आखिर उस विमान दुर्घटना में क्या हुआ था।
उन्होंने कहा, किस कारण से दस्तावेजों का खुलासा नहीं किया इसे लेकर तरह-तरह की दलीलें दी जा रही हैं, क्योंकि दस्तावेज हैं ही नहीं। या तो उन्हें चूहें कुतर गए हैं, गुम हो गए हैं या बिखर गए हैं। भारत सरकार के दस्तावेज इस तरह से रखे जा रहे हैं।