भारत रत्न और पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर लम्बे समय तक टीम के लिए बल्लेबाजी करते हुए ओपनिंग करते रहे थे लेकिन आज पहली बार संसद में वह अपने भाषण की 'ओपनिंग' नहीं कर सके। विपक्ष के हंगामे के चलते संसद की कार्यवाही 22 दिसंबर को 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सचिन को राज्य सभा में 'राइट टू प्ले' पर बोलना था, लेकिन वह भाषण की शुरुआत करते इससे पहले ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष लगातार मनमोहन सिंह पर पीएम मोदी की टिप्पणी के मुद्दे पर हंगामा कर रहा है।
हंगामे के बीच राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने लगातार विपक्ष से अपील की, जो व्यक्ति बोल रहा है वह भारत रत्न है। इसे पूरा देश देख रहा है। कृपया शांत हो जाइए। आपके चिल्लाने से कुछ होगा नहीं लेकिन विपक्ष नहीं माना। अंत में कार्यवाही एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। सचिन वाइफ अंजली के साथ राज्य सभा पहुंचे थे।
सचिन को मौका न मिलने पर राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने कहा कि 'सचिन ने पूरी दुनिया में भारत का नाम ऊंचा किया है ऐसे में उन्हें संसद में न बोलने दिया जाना शर्मनाक है क्या अब संसद में सिर्फ राजनेताओं को ही बोलने का मौका दिया जाएगा।'
He (#SachinTendulkar) has earned name for India at the world stage, it is a matter of shame that he was not allowed to speak even when everyone knew it was on today's agenda. Are only politicians allowed to speak?: Jaya Bachchan, Rajya Sabha MP pic.twitter.com/NMRMHhdl5E
— ANI (@ANI) December 21, 2017
उल्लेखनीय है कि सचिन को राज्य सभा में 2012 में सांसद मनोनीत किया गया था। उसके बाद से 348 दिनों की कार्यवाही में वह 23 दिनों तक सदन में रहे हैं। उनके और बॉलीवुड ऐक्ट्रेस रेखा की गैरमौजूदगी पर लगातार सवाल उठते रहे।
100 अंतर्राष्ट्रीय शतक का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले सचिन को देश में खेल और खिलाड़ियों को लेकर व्यवस्था, ओलंपिक की तैयारियों और किस तरह भारतीय खिलाड़ी दुनियाभर में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं, सहित कई मुद्दों पर बोलना था। बता दें कि सचिन ने राज्य सभा सांसद के तौर पर हाल ही में महाराष्ट्र के गांव दोंजा को गोद लिया है। उन्होंने हाल ही में इस गांव का दौरा भी किया था और गांव को सांसद निधि कोष से 4 करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की थी। आदर्श सांसद ग्राम योजना के तहत यह सचिन का दूसरा गांव था।