सहारनपुर की एक टीचर ने कहा है कि दिल्ली के शाहीन बाग में हो रहे सीएए-एनआरसी विरोधी प्रदर्शन में भाग लेने के बाद करीब 200 स्थानीय निवासियों ने उसके खिलाफ प्रदर्शन किया और स्कूल में घुसकर जान से मारने की धमकी दी।
स्कूल प्रशासन ने निलंबित किया
आशा मॉडर्न स्कूल में अंग्रेजी और सामाजिक विज्ञान की टीचर 40 वर्षीया नाहीद जैदी ने कहा कि बीती 19 जनवरी को शाहीन बाग के प्रदर्शन मेंं हिस्सा लेने और वहां मीडिया के कुछ सवालों का जवाब देने के बाद उसे स्कूल से निलंबित कर दिया गया। प्रदर्शन में हिस्सा लेने का वीडियो कुछ हिंदूवादी स्थानीय लोगों को मिल गया, जिसे उन लोगों ने अपमानजनक टिप्पणियों के साथ फेसबुक पर पोस्ट कर दिया।
एसपी ने माना- प्रदर्शन किया गया
इस पर स्कूल के प्रिंसिपल से कोई टिप्पणी नहीं मिली है। हालांकि सहारनपुर के एसपी विनीत भटनागर ने कहा कि टीचर को निलंबित नहीं किया गया है। जैदी के खिलाफ एक समूह के लोगों ने प्रदर्शन किया था लेकिन अब स्थिति शांतिपूर्ण है।
प्रदर्शन और धमकियों से टीचर भयभीत
जैदी ने कहा कि उन्होंने किसी धर्म के खिलाफ कुछ भी नहीं बोला था, फिर भी स्थानीय भाजपा नेताओं के उकसावे पर हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने उसे परेशान किया। सोमवार को करीब 200 लोग इंटरवल के दौरान स्कूल में घुस आए और नारेबाजी करने लगे। टीचर के दावे के अनुसार, उन लोगों के दबाव में प्रिंसिपल ने उसे निलंबित कर दिया और इस्तीफा देने को कहा। हालांकि शाम तक पुलिस और स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप के बाद निलंबन वापस ले लिया गया। जैदी ने कहा कि वह अकेली रहती हैं और उसकी जान को खतरा है। उसके माता-पिता या भाई-बहन नहीं हैं। उसे अपनी जान का खतरा सता रहा है। उसने इस संबंध में पुलिस को पत्र लिखा है।