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शशिकला अब कैदी नंबर 9234, चावल-चटनी खाकर गुजरा जेल का पहला दिन

आय से अधिक संपत्ति मामले में एआईडीएमके महासचिव वीके शशिकला ने परापन्ना जेल में आत्मसमर्पण कर दिया है। शशिकला को कैदी नंबर 9234 का टैग दिया गया है। उन्होंने अपनी पहली रात जमीन पर सोकर बिताई।
शशिकला अब कैदी नंबर 9234, चावल-चटनी खाकर गुजरा जेल का पहला दिन

जेल में आत्मसमर्पण के दौरान शशिकला ने विशेष सुविधा वाली कोठरी की मांग की थी, जिसे ठुकरा दिया गया। उन्हें खाट देने के निर्णय के बारे में आज डॉक्टरों द्वारा फैसला लिया जाएगा। सुबह उठकर शशिकला ने मेडिटेशन किया और नाश्ते में इमली चावल के साथ चटनी खाई

जानकारी के अनुसार, जेल की कोठरी में शशिकला के साथ दो और महिलाएं भी रह रही हैं। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हुआ कि जेल की कोठरी में वे इल्लावरासी के साथ हैं या फिर किसकी ओर के साथ। इल्लावरासी को भी शशिकला के साथ सुप्रीम कोर्ट ने दोषी ठहराया था।

बुधवार शाम को ही शशिकला को बेंगलुरु की परापन्ना जेल लाया गया। इस दौरान शशिकला ने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं (डायबिटीज) को लेकर जज से क्लास 1 बैरक की मांग की थी। इस तरह की जेल में निजी टेलीविजन, घर से बना खाना, सप्ताह में दो बार मांसाहारी भोजन की व्यवस्था रहती है, लेकिन कोर्ट ने उनके अनुरोध को ठुकरा दिया। इसके अलावा उन्होंने मेडिटेशन करने के लिए जगह और 24 घंटे चिकित्सा सहायता की जरूरत बताई थी।

गौरतलब है कि शशिकला ने इससे पहले 2014 में जयललिता के साथ तीन सप्ताह जेल में गुजारे थे। जयललिता इस केस में मुख्य दोषी थीं।
एक अधिकारी ने बताया, "कोई भी खास सुविधा शशिकला को नहीं दी जाएगी। अधिकारी ने मीडिया में आई उन सभी खबरों को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि शशिकला ने घर का बना खाना, मिनरल वॉटर और एक स्पेशल टॉयलेट की मांग जेल प्रशासन से की है।

रिपोर्टों के मुताबिक, आय से अधिक संपत्ति मामले में सजा पाने वाली शशिकला को जेल में मोमबत्ती बनाने का काम दिया जाएगा, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि इसके बारे में कुछ भी बता पाना अभी जल्दबाजी होगी।

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