वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को एक महीने से ज्यादा का समय बीच चुका है, लेकिन अभी तक इस मामले की जांच में जुटी पुलिस के हाथों कोई खास सबूत नहीं लगे हैं। इस मामले की जांच कर रही पुलिस की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने शनिवार को तीन संदिग्धों के स्केच जारी किए हैं।
मामले से जुड़े तीन संदिग्धों के स्केच जारी करते हुए एसआईटी ने कहा कि हमने प्रत्यक्षदर्शियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर ये स्केच बनाए हैं और हमें इस मामले की तह तक जाने की इस पर लोगों के सहयोग की जरूरत है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पुलिस एसआईटी के प्रमुख बीके सिंह ने कहा, 'हमारे पास संदिग्धों द्वारा घटनास्थल पर की गई रेकी के फुटेज भी हैं जिसे जारी किया जा रहा है।' बीके सिंह ने बताया दो अलग-अलग आर्टिस्ट द्वारा तैयार किए गए संदिग्धों के स्केच मेल खा रहे हैं हमने इसे प्रत्यक्षदर्शियों की जानकारी के आधार पर बनवाया है। इस दौरान बीके सिंह ने यह भी कहा कि पहनावे के आधार पर यह स्पष्ट नहीं किया जा सकता है कि संदिग्ध किस धर्म के हैं। गुमराह करने के लिए भी तिलक या कुंडल पहने जा सकते हैं।
बता दें कि सितंबर के पहले हफ्ते में गौरी लंकेश की हत्या राज राजेश्वरी इलाके में स्थित उनके घर पर कर दी गई थी। गौरी लंकेश साप्ताहिक मैग्जीन 'लंकेश पत्रिके' की संपादक थीं। इसके साथ ही वो अखबारों में कॉलम लिखने के साथ ही, टीवी न्यूज चैनल डिबेट्स में भी एक्टिविस्ट के तौर पर शामिल होती थीं। लंकेश के दक्षिणपंथी संगठनों से वैचारिक मतभेद थे।
इस हत्याकांड की जांच एसआईटी कर रही है। इससे पहले पुलिस के हाथ सीसीटीवी फुटेज लगे थे, जिसमें बाइक सवार हमलावर हेलमेट पहने नजर आए थे। पुलिस के मुताबिक, हमलावर पूरी बांह की शर्ट और पैंट पहने हुए थे। इस मामले में अब तक पुलिस 600 से ज्यादा डिजिटल वीडियो रिकॉर्डिंग का विश्लेषण कर चुकी है। इसके साथ ही 200 से 250 लोगों से पूछताछ भी कर चुकी है।