आमिर खान के विज्ञापन वाली कंपनियों के बहिष्कार के लिए सोशल मीडिया पर आक्रामक अभियान चलाया जा रहा है। आमिर खान स्नैपडील के ब्रांड एम्बेसेडर हैं। उन्होंने सोमवार को दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि देश का माहौल देख उन्हें अपने बच्चों के लिए डर लग रहा है। उनकी पत्नी किरण ने तो देश छोड़ने तक की बात कह दी थी।
आमिर के इस बयान से नाराज लोग स्नैपडील को जमकर निशाना बना रहे हैं। बड़ी तादाद में मोदी और भाजपा समर्थक आमिर खान से नाता तोड़ने की मांग करते हुए स्नैपडील का ऐप अनइंस्टाल कर रहे हैं। देखते ही देखते यह मुहिम काफी जोर पकड़ गई और आमिर खान से साथ स्नैपडील भी ट्रेंड करने लगा। हालांकि बहुत से लोग आमिर खान और उनकी अभिव्यक्ति की आजादी के समर्थन में भी आगे आए हैं। आज भाजपा नेताओं ने भी आमिर के बयान को लेकर उनकी कड़ी आलोचना की।
आमिर से नाराज लोग गूगल प्ले स्टोर और तमाम सोशल मीडिया मंचों पर स्नैपडील के खिलाफ नकारात्मक टिप्पणियां कर रहे हैं, गली-गलौच पर उतारू हैं। हालांकि आमिर खान केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय के इंक्रेडिबल इंडिया अभियान से भी जुड़े हैं लेकिन विरोधियों का गुस्सा स्नैपडील पर ही ज्यादा निकल रहा है।
सोशल मीडिया पर विरोधियों को घेरने और हल्ला बोलने का तरीका नया नहीं है। तमाम हस्तियां साइबर हमलावरों के निशाने पर आ चुकी हैं। लेकिन भारत में किसी नामी हस्ती से मतभेद के चलते शायद पहली बार इस तरह किसी ब्रांड पर इस तरह हमला बोला जा रहा है। ताज्जुब की बात है कि यह सब सहिष्णुता के नाम पर हो रहा है।
स्नैपडील की सफाई
इस प्रकरण पर अपनी तरफ से सफाई देते हुए स्नैपडील ने खुद का आमिर खान के बयान से अलग कर लिया है। कंपनी का कहना है कि आमिर खान की अपनी व्यक्तिगत राय हो सकती है, इसे कंपनी से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।