एक तो पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं ऊपर से मोदी सरकार के मंत्री अपने बयानों से आग लगा रहे हैं। पहले से ही आलोचनाओं से घिरी सरकार के लिए केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री अल्फोंस कन्ननाथनम ने और मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अल्फोंस ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को उन्होंने सही ठहराया है। त्रिवेंद्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पेट्रोल कौन खरीदता है? कार और बाइक चलाने वाले ही पेट्रोल खरीदते हैं, पेट्रोल खरीदने वाले भूखे तो नहीं मर रहे हैं।
Who buys petrol? Somebody who has a car, bike; certainly he is not starving. Somebody who can afford to pay, has to pay:Alphons Kannanthanam
— ANI (@ANI) September 16, 2017
उन्होंने कहा कि सरकार ने यह फ़ैसला सोच समझकर लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग टैक्स दे सकते हैं, उन्हें टैक्स देना चाहिए।
मंत्री जी ये कहना नहीं भूले कि वे यहां गरीबों की भलाई के लिए हैं।
We are here for welfare of the downtrodden, ensure electricity in every village,make houses, build toilets: Union Min Alphons Kannanthanam pic.twitter.com/cTrEqAbnT1
— ANI (@ANI) September 16, 2017
उन्होंंने कहा कि हम टैक्स लगा रहे हैं ताकि गरीब लोग गरिमामयी जीवन जी सकें। टैक्स का पैसा हम चुरा नहीं रहे हैं।
We are imposing the taxes so that the poor have a dignified life, money being collected today is not being stolen by us: A Kannanthanam
— ANI (@ANI) September 16, 2017
बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें साल 2014 के बाद सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें तीन साल पहले के मुकाबले आधी रह गई हैं, बावजूद इसके देश में पेट्रोल, डीजल की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है। मुंबई में तो पेट्रोल के दाम बुधवार को करीब 80 रुपए प्रति लीटर पहुंच गया।
मोदी सरकार के आने के बाद से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 53 फीसदी तक कम हो गए हैं, लेकिन पेट्रोल डीजल के दाम घटने की बजाय बेतहाशा बढ़ गए हैं। मोटे अनुमान के अनुसार पेट्रोल पर ड्यूटी 10 रुपए लीटर से बढ़कर करीब 22 रुपए हो गई है। इस पर मंत्री जी की बातें। वाह।