स्कूल और कॉलेज के छात्रों का समूह ने बैनर और तख्तियां लेकर महानायक अमिताभ बच्चन के बंगले के सामने धरना दिया और उनके द्वारा ट्वीट के जरिये मुंबई मेट्रो परियोजना का समर्थन किए जाने पर विरोध जताया। जुहू में बच्चन के बंगले के समीप सड़क पर धरना देने के कारण नारेबाजी कर रहे लगभग 22 छात्रों को हिरासत में लिया गया।
कई पर्यावरण अभियानों का चेहरा रहे 76 वर्षीय बालीवुड अभिनेता को इस बार मेट्रो परियोजना का समर्थन करने की वजह से कुछ वर्गों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। मेट्रो कार शेड बनाने के उद्देश्य से आरे कॉलोनी में 2,600 वृक्षों को काटे जाने के प्रस्ताव का विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को बच्चन का यह रुख कतई रास नहीं आया है।
आरे कॉलोनी में वृक्षों को काटने के प्रस्ताव का विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं के एक समूह ने बुधवार को जुहू में इसी स्थान पर मौन धरना दिया था।
हिरासत में लिए गए कई छात्र
जुहू पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक पंढरीनाथ वाहवल के अनुसार ‘‘विद्याथी भारतीय संगठन के तत्वावधान में छात्र बैनर और तख्तियां लेकर बच्चन के ‘प्रतीक्षा’ बंगले के सामने पहुंच गये।’’ बैनरों एवं तख्तियों पर आरे कॉलोनी को बचाने तथा उपनगरीय क्षेत्र के भव्य हरित क्षेत्र से वृक्ष काटने के प्रस्तावित कदम के विरोध में संदेश लिखे गये थे। उन्होंने कहा कि मुंबई के स्कूल एवं कॉलेज में पढ़ने वाले इन छात्रों ने शुरू में मौन प्रदर्शन किया। लेकिन बाद में वे पास के सड़क पर धरना देकर बैठ गये और नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस निरीक्षक ने कहा, ‘‘पुलिस ने 22 छात्रों को हिरासत में लिया और हम उनके विवरण लेने के बाद उन्हें छोड़ देंगे।’’
क्या है पूरा मामला
अमिताभ बच्चन ने मंगलवार को ट्वीट किया था, ‘‘मेरे एक मित्र के समक्ष आपात चिकित्सा स्थिति आयी..उसने अपनी कार से जाने के बजाय मेट्रो से जाने का फैसला किया..वह बहुत प्रभावित होकर लौटा..(उसने) बताया कि (मेट्रो) अधिक तेज, सुविधाजनक एवं बहुत प्रभावी है....प्रदूषण का समाधान...अधिक वृक्ष उगाओ..मैंने अपने उद्यान में किया।’’ इस बीच, पर्यावरण कार्यकर्ता जोरू भाथेना ने बच्चन से आरे का स्वयं जाकर अवलोकन करने को कहा है ताकि असल स्थिति को समझा जा सके। उन्होंने परियोजना अधिकारियों को भी निशाने पर लिया है। जोरू ने वृक्षों को काटने के लिए स्थानीय निकाय के अधिकारियों द्वारा दी गयी अनुमति के खिलाफ बंबई हाई कोर्ट की शरण ली है।