स्वामी का ऐसा बयान उस समय आया है जब विपक्षी दल पर्रिकर पर इस मुद्दे को लेकर हमलावर हैं। राकांपा नेता माजिद मेनन ने कहा, ‘इस मुद्दे को फिर से उठाने की कोई वजह नहीं है। पर्रिकर आमिर को देशद्रोही नहीं कह सकते क्योंकि उन्होंने भारत को नहीं बल्कि सरकार की आलोचना की थी, जो सही तरीके से शासन चलाने में नाकाम रही थी।’
गौर हो कि शनिवार को एक पुस्तक विमोचन के कार्यक्रम में, पर्रिकर ने आमिर पर हमला किया था। पर्रिकर का निशाना आमिर के उस बयान पर था, जिसमें उन्होंने देश छोड़ने की बात कही थी। पर्रिकर ने उस बयान को ‘अहंकारी’ बताया। आमिर का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा, ‘एक अभिनेता ने कहा कि उसकी पत्नी भारत से बाहर रहना चाहती है। वह एक अहंकारी बयान था। अगर मैं गरीब हूं और मेरा घर छोटा है तो भी मैं अपने उस छोटे घर को प्यार करूंगा और हमेशा एक बंगला बनाने का सपना रखूंगा।’
नवंबर 2015 में, आमिर खान ने ‘असहिष्णुता’ की बहस में अपना नाम तब शामिल करा लिया था जब उन्होंने कहा था कि वह देश में बढ़ रही घटनाओं से डर गए थे और उनकी पत्नी किरण राव ने एक बार उनसे देश से बाहर जाकर कहीं और बसने के लिए कहा था।