बिहार में भागलपुर के कहलगांव में करोड़ों की लागत से बना बांध उद्घाटन से पहले ही टूट गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस पंप नहर योजना का आज उद्घाटन करने वाले थे। फिलहाल मुख्यमंत्री का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। इसे लेकर तेजस्वी यादव ने राज्यसरकार पर निशाना साधा है। तेजस्वी ने ट्वीट कर पूछा है, 'नीतीश जी बतायें, 828 करोड़ की लागत से बनी बांध परियोजना को भी चूहे कुतर गए है क्या? जो बांध टूट गया? इसका सेहरा भी चूहों के सिर बांधना चाहिए?'
नीतीश जी बतायें, 828 करोड़ की लागत से बनी बाँध परियोजना को भी चूहे कुतर गए है क्या? जो बाँध टूट गया? इसका सेहरा भी चूहों के सिर बाँधना चाहिए
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 20, 2017
क्यों कहा तेजस्वी ने ऐसा?
असल में बिहार में पिछले दो मामलों में चूहों को जिम्मेदार बताया जा चुका है। इससे पहले बिहार पुलिस ने चूहों को ही शराबी बना दिया था। बिहार में पूर्ण शराबबंदी के मद्देनजर सघन अभियान के दौरान राज्य में जब्त के बाद पुलिस मालखाने में रखी करीब 9 लाख लीटर से अधिक शराब के चूहों द्वारा गटक जाने का मामला प्रकाश में आया था लेकिन जांच के बाद इंसान ही अपराधी निकले थे।
यही नहीं बाढ़ जैसी विभीषिका लाने के लिए भी चूहों को ही दोषी ठहराया गया। बिहार के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह ने तो मीडिया के सामने बयान दिया कि चूहों के कारण ही तटबंध कमजोर हो गए, टूट गए और बाढ़ आ गई। इतना ही नहीं, आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री दिनेशचंद्र यादव ने कहा था अब चूहों और मच्छरों का क्या उपाय है? आप क्या कर लीजिएगा? यह तो चलता ही रहेगा।
गौरतलब है कि बांध के टूटने से कई इलाकों में गंगा का पानी घुस गया है। इस बांध को गंगा पंप नहर योजना के तहत तैयार किया गया था। जानकारी मिलते ही जिले के सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। पूरे कहलगांव में बाढ़ सा नजारा दिख रहा है। एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुट गई है। पानी अभी भी शहरी इलाकों में घुस रहा है। 40 साल बाद पूरी हुई इस नहर परियोजना की नहर कहलगांव के एनटीपीसी मुरकटिया के पास टूट गई। बिहार और झारखंड की इस साझा परियोजना के जरिये जरिए भागलपुर में 18620 हेक्टेयर तथा झारखंड के गोड्डा जिला की 4038 हेक्टयर भूमि सिंचित होगी।
बांध टूटने पर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने नीतीश सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भागलपुर में मुख्यमंत्री और जल संसाधन मंत्री का पुतला फूंका। आरजेडी ने कहा है कि करोड़ों रुपये के सृजन घोटाले के बाद भागलपुर में एक नया 'घोटाला' सामने आया है।