उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से विश्व पर्यटन दिवस पर जारी की गई बुकलेट 'उत्तर प्रदेश पर्यटन-अपार संभावनाएं' में ताजमहल को जगह नहीं दी गई है। इस मामले में किरकिरी होने के बाद राज्य सरकार ने बयान देते हुए कहा कि विश्वबैंक के सहयोग से संचालित प्रो-पुअर टुरिज्म योजना के तहत इसका विकास करेंगे। साथ ही यह भी कहा गया कि यह बुकलेट उन जगहों के बारे में है, जिनका विकास किया जाना है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि आगरा में ताजमहल और उसके आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए लगभग 156 करोड़ रुपए की योजनाएं स्वीकृत की गईं हैं। इन परियोजनाओं पर अगले 3 महीनों में काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि आगरा को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत विकसित कराया जा रहा है।
#TajMahal is World Heritage site&major tourist attraction.We had allotted 156 cr for betterment of facilities around it: RB Joshi,UP Min pic.twitter.com/ZfGfRqXwzZ
— ANI UP (@ANINewsUP) October 3, 2017
उत्तर प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा है कि राज्य सरकार विश्व विख्यात ताज महल तथा उससे जुड़े पर्यटक स्थलों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। ताजमहल और आगरा का विकास भारत सरकार और प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। रीता बहुगुणा जोशी ने बताया कि बुकलेट में उन जगहों की बात की गई है, जिनका पर्यटन स्थलों के रुप में विकास किया जाना है और ताजमहल पहले से विकसित है।
The booklet talks of places we are planning to develop. The #TajMahal is an already established tourist spot: RB Joshi,UP Minister
— ANI UP (@ANINewsUP) October 3, 2017
पर्यटन मंत्री ने बताया कि आगरा में ताजमहल और उसके आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए लगभग 156 करोड़ रुपए की योजनाएं स्वीकृत की गईं हैं। इन परियोजनाओं पर अगले 3 महीनों में काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि आगरा को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत विकसित कराया जा रहा है।
बता दें कि कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी सरकार ने पर्यटन को लेकर एक बुकलेट निकाली थी जिसमें ताजमहल को शामिल नहीं किया गया था। इस लिस्ट में गोरखधाम मंदिर को जगह दी गई है। गोरखपुर के देवी पटन शक्ति पीठ को भी स्थान दिया गया है। बुकलेट की खास बात यह भी है कि इस बार इसमें अयोध्या को भी शामिल किया गया है।