बिहार के पूर्णिया जिले में एक निर्माणाधीन मॉल के सेप्टिक टैंक में तीन श्रमिकों की मौत हो गयी। संदेह है कि दम घुटने से उनकी जान गई।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने बताया कि श्रमिक रामबाग चौक पर एक निर्माणाधीन मॉल के सेप्टिक टैंक में इसकी सेंटरिंग खोलने गये थे। प्रथमदृष्टया ऐसा जान पड़ता है कि दम घुटने से उनकी मौत हो गयी। हालांकि उनकी मौत की सटीक वजह पोस्टमार्टम के बाद ही सामने आ पाएगी। उन्होंने बताया कि तीनों शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजे गए हैं।
जिला श्रम अधीक्षक आलोक रंजन ने बताया कि इस घटना में जान गंवाने वाले श्रमिकों के परिवारों को एक - एक लाख रुपये अनुग्रह राशि के तौर पर दिये जाएंगे।
हालांकि स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि तीनों श्रमिक बिजली का करंट लगने से मरे।
इस तरह सेप्टिक टैंक और सीवर में होने वाली ये मौतें कोई नई बात नहीं हैं। इससे पहले भी ऐसी घटनाएं होती रही हैं। माना जाता है कि सीवर में उतरते, सफाई करते जीवन गुजार देने वाले इन कर्मचारियों की तरफ सरकार और की ओर से लगातार बेरुखी की वजह से ऐसी घटनाएं अक्सर घटित होती रहती हैं।