वन रैंक-वन पेंशन के मुद्दे पर मोदी सरकार पार्टी के भीतर भी सवालों से घिरती नजर आ रही है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आज वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधते हुए पूछा है कि वह वन रैंक-वन पेंशन का मुद्दा हल किए बगैर तुर्की क्यों चले गए? दरअसल कई दिनों से अटकलें लगाई जा रही थी कि मोदी सरकार एक-दो दिन में वन रैंक-वन पेंशन को लागू करने का ऐलान कर सकती है। लेकिन इसी बीच वित्त मंत्री जी-20 के वित्त मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए आज तुर्की रवाना हो गए हैं। इससे पहले अरुण जेटली ने वन रैंक-वन पेंशन को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे पूर्व सैनिकों की मांग को तकरीबन खारिज करते हुए कहा था कि पेंशन में हर साल संशोधन नहीं किया जा सकता। दुनिया में कहीं भी हर साल पेंशन में संशोधन नहीं होता है। हालांकि जेटली ने उच्च पेंशन दरों के साथ कम उम्र में रिटायर होने वाले सैनिकों के हितों की रक्षा करने का भरोसा भी दिलाया था।
इस मुद्दे पर अब सुब्रमण्यम स्वामी ने खुलेआम ट्विटर पर वित्त मंत्री की मंशा पर सवाल उठाया है। उन्होंने ट्वीट किया था वित्त मंत्री वन रैंक-वन पेंशन का मामला क्लियर किए बगैर तुर्की क्यों चले गए? अगर बिहार चुनाव का ऐलान हो गया तो क्या होगा। तब आचार संहिता की वजह से यह रूक जाएगा।
Why has FM departed to Turkey without clearing OROP? A major conference? What if Bihar elections are announced ?Then Model Code will bar it
— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 3, 2015