द्रमुक के कोषाध्यक्ष एमके स्टालिन ने एक ट्विटर पोस्ट पर कहा, केंद्र की भाजपा के नेत़त्व वाली सरकार समान नागरिक संहिता के जरिये लोगों का ध्यान महत्वपूर्ण मुद्दों से हटाने का प्रयास कर रही। उन्होंने कहा कि द्रमुक अल्पसंख्यकों को संविधान के तहत मिले अधिकारों को समान नागरिक संहिता के जरिये छीनने की अनुमति नहीं देगी। अपने फेसबुक पेज पर विस्तृत बयान में उन्होंने कहा कि विभिन्न मुस्लिम संगठनों ने आज उनसे मुलाकात की और केन्द्र के इस कदम के खिलाफ प्रस्तावित विरोध के लिए उनका समर्थन मांगा और उन्होंने अपनी पार्टी की तरफ से समर्थन की घोषणा की है।
स्टालिन ने अपने पोस्ट में कहा कि द्रमुक धर्मनिरपेक्षता, अनेकता में एकता और राष्ट्रीय अखंडता की अवधारणा में विश्वास करती है। उन्होंने याद दिलाया कि उनकी पार्टी ने पिछले साल अपनी महापरिषद की बैठक में समान नागरिक संहिता के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया था और भाजपा को उसके विकास के चुनावी वादों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा था।