दरअसल जीशान से संबंधित खबर हर ओर फैलने के बाद सभी मीडिया माध्यमों में जीशान से बात करने की होड़ मची थी। इसी दौरान एक एफएम रेडियो चैनल के रेडियो चैनल ने जीशान से बातचीत प्रसारित की। इस दौरान जीशान की आवाज की क्वालिटी उनके बोलने के अंदाज से उस रेडियो चैनल की प्रोड्यूसर इतनी प्रभावित हुईं की ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान ही जीशान को रेडियो जॉकी बनने और नौकरी का प्रस्ताव दे डाला। यह बात और है कि जीशान ने प्रस्ताव पर विचार करने की बात कहते हुए फिलहाल इस प्रस्ताव को टाल दिया।
गौरतलब है कि हरि कृष्णा एक्सपोर्ट्स ने जीशान को ई मेल भेजकर यह कहा था कि मुस्लिमों को नौकरी देना उनकी कंपनी की नीति के खिलाफ है। जब यह मामला उछला तब कंपनी के एक बड़े अधिकारी ने ई-मेल भेजकर कहा कि कंपनी की एक छोटे स्तर की कर्मी ने गलती से वह मेल भेज दिया था। हालांकि इस मेल को लीपापोती की कोशिश ही माना गया और देश भर में मचे हंगामे के बाद मुंबई पुलिस ने इस मामले में हरि कृष्णा एक्सपोर्ट्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। धर्म के आधार पर भेदभाव का यह इकलौता मामला नहीं है लेकिन इसमें जिस बहादुरी के साथ जीशान ने इस भेदभाव को दुनिया के सामने बेपर्दा किया, उससे इस तरह की नाइंसाफी के खिलाफ आवाज उठाने वालों को बल मिला है।