पिछले सप्ताह झारखंड कांग्रेस के दो विधायकों, उनके कथित सहयोगियों और राज्य भर में जुड़े कोयला और लौह अयस्क कारोबारों पर छापेमारी के बाद आयकर विभाग ने 100 करोड़ रुपये से अधिक के 'बेहिसाब' लेनदेन और निवेश का पता लगाया है।
सीबीडीटी ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि नवंबर में शुरू की गई तलाशी के दौरान झारखंड के रांची, गोड्डा, बेरमो, दुमका, जमशेदपुर और चाईबासा, पटना (बिहार), गुरुग्राम (हरियाणा) और कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में 50 परिसरों को कवर किया गया।
जिस दिन तलाशी शुरू की गई उस दिन दो विधायकों की पहचान अधिकारियों ने कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह और प्रदीप यादव के रूप में की। बेरमो सीट से विधायक जयमंगल ने भी उस दिन अपने रांची स्थित आवास के बाहर पत्रकारों से बात कर कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा कि वह छापेमारी करने वाली टीमों को पूरा सहयोग दे रहे हैं।
झाविमो-पी से अलग होकर कांग्रेस में शामिल हुए यादव पोरियाहाट विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।कांग्रेस राज्य में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले झामुमो के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन की भागीदार है।
सीबीडीटी के बयान में कहा गया है कि "कोयला व्यापार/ परिवहन, सिविल अनुबंधों के निष्पादन, लौह अयस्क की निकासी और स्पंज आयरन के उत्पादन में लगे कुछ व्यापारिक समूहों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
इसमें कहा गया है, "खोज करने वालों में राजनीतिक रूप से उजागर दो व्यक्ति और उनके सहयोगी शामिल हैं।" बता दें कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) I-T विभाग के लिए नीति बनाने वाला निकाय है। इसने कहा कि 2 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की गई है और "अब तक 100 करोड़ रुपये से अधिक के बेहिसाब लेनदेन / निवेश का पता चला है।"