पाकिस्तान उच्चायोग में पूर्व में नियुक्त एक कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ़ "दानिश" ने भारत में जासूसी नेटवर्क बनाने की साजिश रची थी। जांच एजेंसियों ने पाया कि दानिश, जो आईएसआई के लिए काम कर रहा था, उसने हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को टारगेट किया और उसे अपने संपर्क में लाकर भारत की संवेदनशील जानकारी हासिल करने की कोशिश की।
ज्योति मल्होत्रा ने पाकिस्तान और बाली की यात्राएं कीं, जहाँ उसकी मुलाकात पाकिस्तानी अधिकारियों से करवाई गई। इन यात्राओं और बातचीत के दौरान, उसने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत ब्लैकआउट्स जैसी जानकारी पाकिस्तान को साझा की।
जांच में सामने आया है कि दानिश ने कई और भारतीय नागरिकों को अपने जाल में फंसाया था। अब तक कुल 12 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें छात्र, सुरक्षा गार्ड और आईटी प्रोफेशनल शामिल हैं। इन सब पर आरोप है कि ये भारत की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को भेज रहे थे।
यह मामला दर्शाता है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई सोशल मीडिया और प्रभावशाली लोगों के ज़रिये भारत में जासूसी तंत्र बनाने की कोशिश कर रही है।