कांग्रेस ने रविवार को समाचार पत्रों में प्रकाशित सरकारी विज्ञापन में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को स्वतंत्रता सेनानियों की सूची में शामिल नहीं किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कर्नाटक में भाजपा सरकार पर हमला बोला। उसके नेता सिद्धारमैया ने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई "आरएसएस के गुलाम" हैं।
सिद्धारमैया, जो विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं, ने वीर सावरकर पर भी हमला किया, जो विज्ञापन में शामिल हैं।सिद्धारमैया ने कहा, "जब हमने सोचा कि अंग्रेजों के जाने के साथ दासता समाप्त हो गई, कर्नाटक के सीएम बोम्मई ने यह दिखाकर सभी को गलत साबित कर दिया कि वह अभी भी आरएसएस के गुलाम हैं।
यह देखते हुए कि बोम्मई को यह याद रखना चाहिए कि नेहरू ने लोगों को स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के लिए प्रेरित करने के लिए पत्र और किताबें लिखीं, जबकि उन्हें 9 साल तक अंग्रेजों ने जेल में रखा था। उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि आरएसएस दुखी है कि नेहरू ने सावरकर की तरह माफी और दया याचिकाएं नहीं लिखीं।
बता दें कि राज्य सरकार द्वारा 75 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के हिस्से के रूप में विज्ञापन, राष्ट्रीय स्तर और राज्य दोनों में कुछ प्रमुख स्वतंत्रता चिह्नों के योगदान और बलिदान पर प्रकाश डालता है। आगे यह आरोप लगाते हुए कि आरएसएस को नेहरू के प्रति घृणा है, क्योंकि उन्होंने इसकी सांप्रदायिकता, महात्मा गांधी की हत्या के समर्थन का मुखर विरोध किया था, और इसे प्रतिबंधित कर दिया था।
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