पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने रविवार को पूछा कि क्या केंद्र कश्मीर में मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के शांतिपूर्ण विरोध का सामना करने के लिए बहुत नाजुक है? मुफ्ती ने कहा कि यह विडंबना है कि घाटी के राजनीतिक दलों को अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की हत्याओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है।
उनकी टिप्पणी उन रिपोर्टों के बाद आई है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कश्मीर में हत्याओं को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में एक रैली किए हैं।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर लिखा,"विडंबना यह है कि हम कश्मीर में मुख्यधारा की पार्टियों को अल्पसंख्यकों की हत्याओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं थी। क्या इसे जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति की नाजुकता के बारे में भारत सरकार की घबराहट के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है? सरकार विरोध नहीं सह सकती है, वो अभी नाजुक है। "
बता दें कि रविवार को नई दिल्ली के जंतर मंतर पर आम आदमी पार्टी (आप) की "जन आक्रोश रैली" को संबोधित करते हुए, केजरीवाल ने कश्मीर में आतंकी गतिविधियों का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए पाकिस्तान पर निशाना साधा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कश्मीर में लक्षित हत्याओं के खिलाफ आयोजित रैली में कहा, "मैं पाकिस्तान से कहना चाहता हूं कि वह छोटी-छोटी रणनीतियां बंद करे। कश्मीर हमेशा भारत का हिस्सा रहेगा।" उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि वह कश्मीर को नहीं संभाल सकती, वे केवल गंदी राजनीति करना जानते हैं। कृपया कश्मीर पर राजनीति न करें।