हाल ही में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि राजनेताओं को "मुफ्त रेवड़ी" वितरित करने की आदत छोड़ देनी चाहिए। पीएम की इस टिप्पणी को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनपर अप्रत्यक्ष रूप से करारा हमला किया है। केजरीवाल ने कहा कि ये लोग ऐसा माहौल बना रहे हैं कि फ्री पानी और बिजली देना गुनाह है। लेकिन इन्हीं लोगों ने अपने दोस्तों का "10 लाख करोड़ रुपए" का कर्ज माफ कर दिया है।
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के सभी खाने-पीने के चीजों पर जीएसटी लगा दिया लेकिन अपने दोस्तों का कर्ज माफ कर दिया। केजरीवाल ने कहा कि केवल मंत्रियों को ही मुफ्त बिजली क्यों मिलनी चाहिए, आम नागरिकों को क्यों नहीं?
कनाडा, डेनमार्क जैसे देशों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि इन सभी जगहों पर फ्री में पानी दिए जाते हैं। यही नहीं, यहाँ स्वास्थ्य सुविधा भी फ्री है। उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा देने से ही देश अमीर बनता है, दोस्तों का कर्ज माफ करने से नहीं।
केजरीवाल ने सरकार से मांग किया कि देश के सभी बच्चों के लिए अच्छी और फ्री शिक्षा की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि जो इसे 'मुफ्त की रेवड़ी' कहते हैं वो देश के गद्दार हैं। उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जो 'दोस्तों' के कर्जे माफ किए हैं उनपर कानून बनाकर एक्शन लिया जाना चाहिए।
बीजेपी पर 'दोस्तवाद' (दोस्तों का पक्ष लेने) और कांग्रेस पर 'परिवारवाद' (वंशवादी) का आरोप लगाते हुए, आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी 'भारतवाद' (भारतीयता) लाने की कोशिश कर रही है।