केरल में चिकित्सकों और नर्स ने कोलकाता के अस्पताल में एक चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या की घटना के विरोध में शनिवार को प्रदर्शन किया जिसके चलते राज्य के विभिन्न अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) समेत सभी गैर-आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं प्रभावित रहीं। केरल ही नहीं, बंगाल के पड़ोसी राज्य असम में भी डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ (आईएमए) द्वारा शुक्रवार को 17 अगस्त को सुबह छह बजे से 24 घंटे के लिए गैर-आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को बंद करने की घोषणा के बाद स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर चले गए।
बड़ी संख्या में चिकित्सक शनिवार को मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के बाहर एकत्रित हुए और हाथों में तख्तियां तथा बैनर लेकर बर्बरता की शिकार महिला चिकित्सक के लिए न्याय और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा की मांग की।
समाचार चैनलों के वीडियो में देखा जा सकता है कि अस्पताल पहुंचे मरीज संवाददाताओं को बता रहे हैं कि हड़ताल के कारण उन्हें सोमवार को आने के लिए कहा गया है।
आपातकालीन सेवाओं पर हड़ताल का असर नहीं पड़ा।