महाकुम्भ में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अखाड़ों, संस्थाओं और कल्पवासियों के लिए बड़े पैमाने पर अन्न भंडार की व्यवस्था की है। ऐसा पहली बार है, जब महाकुम्भ में इतने बड़े पैमाने पर नाम मात्र कीमत पर राशन की सुविधा प्रदान की जा रही है।
आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री के निर्देश पर अखाड़ों-संस्थाओं और कल्पवासियों को मात्र पांच रुपये प्रति किलो के भाव से आटा और छह रुपये प्रति किलो में चावल उपलब्ध कराने की व्यवस्था है जिसके लिए मेला क्षेत्र में 138 उचित मूल्य की दुकानों पर राशन उपलब्ध कराया गया है।
इन दुकानों पर कल्पवासियों के लिए 1,20,000 सफेद राशन कार्ड बनाने की व्यवस्था की गई है। कल्पवासियों को 18 रुपये प्रति किलो की दर से चीनी भी उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं, अखाड़ों और संस्थाओं को 800 परमिट कार्ड दिए जाने की व्यवस्था की गई है।
अधिकारियों के मुताबिक, ‘‘राशन देने के साथ ही मुख्यमंत्री ने भोजन पकाने के लिए भी सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। इस काम के लिए सभी 25 सेक्टर में एजेंसियां निर्धारित की गई हैं जो कल्पवासियों, अखाड़ों और संस्थाओं को नया गैस कनेक्शन प्रदान कर रही हैं।’’
अधिकारियों ने कहा, ‘‘महाकुम्भ में अखाड़ों-कल्पवासियों और संस्थाओं को भोजन के लिए समस्याओं का सामना न करना पड़े इसके लिए मेला क्षेत्र में 138 दुकानों पर विशेष इंतजाम किया गया है। साथ ही अन्न भंडार के पांच गोदाम भी तैयार किए गए हैं। इन गोदामों पर 6,000 मीट्रिक टन आटा, 4,000 मीट्रिक टन चावल और 2,000 मीट्रिक टन चीनी उपलब्ध रहेगी।’’
उन्होंने बताया कि जनवरी से फरवरी अंत तक राशन की यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और 100 कुंतल सामग्री हर दुकान पर उपलब्ध कराई जा रही है।