महाराष्ट्र में केंद्र द्वारा प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध के खिलाफ विपक्षी दलों के विधायकों ने सोमवार को यहां विधान भवन की सीढ़ियों पर विरोध प्रदर्शन किया। राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कुछ विधायकों ने विरोध-स्वरूप प्याज की मालाएं पहनीं।
विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार, विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अनिल देशमुख और कई अन्य नेताओं ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।उन्होंने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध वापस लेने, मुख्य खाद्य पदार्थों के लिए उचित मूल्य और किसानों के लिए सहायता की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
केंद्र ने घरेलू उपलब्धता बढ़ाने और कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए 31 मार्च 2024 तक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। दानवे ने विधान भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि प्याज निर्यात पर प्रतिबंध की केंद्र सरकार की नीति ‘किसान विरोधी’ है। उन्होंने कहा कि प्याज की खेती करने वाले किसान परेशान हैं और राज्य सरकार को प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध हटाने के लिए केंद्र से बात करनी चाहिए।
वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को कहा कि प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध के कारण किसानों को नुकसान न हो, इसके लिए उनकी सरकार कोई रास्ता निकालेगी। मुख्यमंत्री ने राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन से पहले नागपुर में विधान भवन परिसर स्थित अपने पार्टी कार्यालय का दौरा किया। केंद्र सरकार ने घरेलू उपलब्धता बढ़ाने और कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए 31 मार्च 2024 तक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।