प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने सत्ता में 11 साल पूरे कर लिए हैं और इस अवसर पर सरकार ने एक विशेष ई-बुक जारी की है जिसका शीर्षक है “11 साल सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के।” इस ई-बुक में बीते ग्यारह वर्षों में देश के सामाजिक, आर्थिक और वैश्विक परिदृश्य में आए बदलावों को रेखांकित किया गया है।
सरकार का दावा है कि इस अवधि में देश ने अनेक क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल इंडिया, महिला सशक्तिकरण, किसानों का कल्याण, रक्षा क्षेत्र और वैश्विक मंच पर भारत की साख जैसी उपलब्धियां शामिल हैं। ई-बुक के अनुसार, सरकार की नीतियों ने 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने में मदद की है, जो किसी भी सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
डिजिटल इंडिया अभियान ने न केवल तकनीक को जन-जन तक पहुँचाया बल्कि सरकारी सेवाओं को पारदर्शी और सुलभ भी बनाया। इसके अलावा स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों ने आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में देश को नई राह दिखाई। महिला सशक्तिकरण को भी इस रिपोर्ट में विशेष महत्व दिया गया है—बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, उज्ज्वला योजना, जन धन खाते और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी योजनाओं ने महिलाओं की भागीदारी को नीति-निर्माण से लेकर सामाजिक सुधारों तक मजबूत किया है।
साथ ही सरकार का यह भी दावा है कि रक्षा क्षेत्र में भारत ने न केवल अपनी सीमाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी बल्कि स्वदेशी उत्पादन को भी बढ़ावा दिया। ई-बुक में यह भी बताया गया है कि भारत ने G20 की अध्यक्षता के दौरान वैश्विक स्तर पर एक निर्णायक भूमिका निभाई और अब विश्व राजनीति में भारत की भूमिका केवल एक भागीदार की नहीं बल्कि एक मार्गदर्शक की हो चुकी है।
सरकार इस दस्तावेज के जरिए यह संदेश देना चाहती है कि बीते 11 साल न सिर्फ सत्ता में रहने के थे बल्कि सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित रहे हैं। यह ई-बुक एक तरह से बीते दशक में हुए परिवर्तनों का सरकारी लेखा-जोखा है, जिसे जनता के सामने पेश कर यह जताया गया है कि यह सरकार विकास को लेकर गंभीर है और उसके केंद्र में देश का आम नागरिक है।