प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस विधायक नारा भरत रेड्डी और कुछ अन्य के खिलाफ धन शोधन की जांच के सिलसिले में शनिवार को कर्नाटक में 12 से अधिक ठिकानों पर छापे मारे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बल्लारी से 34 वर्षीय विधायक के परिसरों और कर्नाटक तथा तेलंगाना में स्थित कुछ अन्य परिसरों की तलाशी ली जा रही है।
केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने रेड्डी के बल्लारी और बेंगलुरु में स्थित परिसरों की तलाशी ली। रेड्डी के खिलाफ धन शोधन का मामला कर्नाटक पुलिस की एक प्राथमिकी और भूमि सौदों के आरोपों से निकला है जिसकी जांच ईडी कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय रेड्डी से कथित तौर पर जुड़े कुछ खनन व्यवसायों की भी जांच कर रहा है।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उत्तराखंड में भी कांग्रेस नेता के खिलाफ छापेमारी की। गुरुवार को ,जांच एजेंसी ने कहा कि उसने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत और उनके करीबी सहयोगियों के खिलाफ छापेमारी के दौरान लगभग 1.20 करोड़ रुपये की भारतीय और विदेशी मुद्रा, सोना और "बड़े पैमाने पर" दस्तावेज जब्त किए। संघीय एजेंसी द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में यह नहीं बताया गया कि कहां से क्या बरामद किया गया।
तलाशी बुधवार को शुरू की गई और रावत के "करीबी सहयोगी", भारतीय वन सेवा (आईएफओएस) अधिकारी और पूर्व डीएफओ किशन चंद और पूर्व बीरेंद्र सिंह कंडारी के खिलाफ एक मामले में उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा में कुल 17 स्थानों को कवर किया गया। केंद्रीय एजेंसी ने एक बयान में कहा, वन रेंज अधिकारी बृज बिहारी शर्मा ने एक बयान में कहा। 63 वर्षीय रावत राज्य के पूर्व वन मंत्री हैं। उन्होंने 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़ दी थी और कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे।