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मैसूर के उद्यमी हर्षवर्धन, पत्नी और बेटे की अमेरिका में रहस्यमयी मौत: पुलिस को हत्या-आत्महत्या का संदेह

बीते 24 अप्रैल 2025 को अमेरिका के वाशिंगटन राज्य के न्यूकैसल में एक दिल दहला देने वाली घटना ने भारतीय और...
मैसूर के उद्यमी हर्षवर्धन, पत्नी और बेटे की अमेरिका में रहस्यमयी मौत: पुलिस को हत्या-आत्महत्या का संदेह

बीते 24 अप्रैल 2025 को अमेरिका के वाशिंगटन राज्य के न्यूकैसल में एक दिल दहला देने वाली घटना ने भारतीय और तकनीकी समुदाय को झकझोर दिया। भारतीय-अमेरिकी तकनीकी उद्यमी 57 वर्षीय हर्षवर्धन एस. किक्केरी, उनकी पत्नी स्वेता पन्याम और उनके 14 वर्षीय बेटे ध्रुव किक्केरी अपने घर में मृत पाए गए। किंग काउंटी शेरिफ कार्यालय ने इसे हत्या-आत्महत्या का मामला माना है, जिसमें हर्षवर्धन ने अपनी पत्नी और बेटे को गोली मार दी और फिर आत्महत्या कर ली। दंपति का 7 साल का छोटा बेटा उस समय घर पर नहीं था। ऐसे में वह सुरक्षित है।

हर्षवर्धन किक्केरी, कर्नाटक के मांड्या जिले के किक्केरी गांव के मूल निवासी, एक प्रतिष्ठित तकनीकी उद्यमी थे। उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग में स्नातक और सिरैक्यूज़ विश्वविद्यालय, अमेरिका से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की। माइक्रोसॉफ्ट में कार्य करने के बाद, उन्होंने 2017 में अपनी पत्नी श्वेता के साथ मैसूर में रोबोटिक्स कंपनी होलोवर्ल्ड की सह-स्थापना की। होलोवर्ल्ड ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता और ऑटोमेशन में नवाचार किया, और हर्षवर्धन ने रोबोटिक्स के क्षेत्र में कई पुरस्कार जीते, जिनमें माइक्रोसॉफ्ट का गोल्ड स्टार और इन्फोसिस का उत्कृष्टता पुरस्कार शामिल हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सीमा सुरक्षा के लिए रोबोटिक्स के उपयोग पर चर्चा भी की थी। हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण होलोवर्ल्ड 2022 में बंद हो गया, जिसके बाद हर्षवर्धन परिवार सहित अमेरिका लौट गए।

पुलिस को 911 पर कॉल करने के बाद उनके टाउनहाउस में खून के धब्बे और खाली कारतूस मिले। मेडिकल परीक्षक ने श्वेता और ध्रुव की मौत को हत्या और हर्षवर्धन की मौत को आत्महत्या करार दिया। पड़ोसियों ने परिवार को शांत और मिलनसार बताया और इस घटना से स्तब्ध हैं। हर्षवर्धन की मां गिरिजा मैसूर से अमेरिका चली गई हैं, जबकि उनके बड़े भाई चेतन हाल ही में मैसूर लौटे हैं। उनके पिता किक्केरी नारायण एक प्रसिद्ध भाषाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता थे। वहीं इस त्रासदी का मकसद अभी तक स्पष्ट नहीं है, और जांच जारी है।

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