प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़ा बयान दिया। ईडी ने कहा कि अगर पर्याप्त सबूत मिले, तो कांग्रेस पार्टी को इस मामले में आरोपी बनाया जा सकता है। यह बात ईडी के वकील एएसजी वी राजू ने दिल्ली की एक विशेष अदालत में कही। अदालत में इस केस की रोजाना सुनवाई शुरू हो चुकी है।
ईडी ने दावा किया कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की 2000 करोड़ की संपत्ति को हड़पने की साजिश रची। ईडी का कहना है कि इस साजिश में यंग इंडियन नाम की कंपनी का इस्तेमाल हुआ, जिसमें सोनिया और राहुल की 76% हिस्सेदारी है।
यह मामला 2012 में बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत से शुरू हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने एजेएल को 90.25 करोड़ का ब्याज-मुक्त कर्ज दिया, जो कभी चुकाया नहीं गया। इसके बाद यंग इंडियन ने सिर्फ 50 लाख में एजेएल की सारी हिस्सेदारी और संपत्ति हासिल कर ली। ईडी का कहना है कि यह मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है।