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चुनावी बांड पर नितिन गडकरी का बयान, "ये नहीं तो इलेक्शन में आएगा कालाधन"

राजनीतिक दलों को चंदा देने के लिए विवादास्पद चुनावी बांड योजना का बचाव करते हुए, केंद्रीय मंत्री...
चुनावी बांड पर नितिन गडकरी का बयान,

राजनीतिक दलों को चंदा देने के लिए विवादास्पद चुनावी बांड योजना का बचाव करते हुए, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अगर चुनावी बांड न रहा तो इलेक्शन में कालाधन आएगा। उन्होंने आगे कहा कि इस बात पर चर्चा होनी चाहिए कि चुनावी बॉन्‍ड से बेहतर क्‍या है। अगर आप बॉन्‍ड को स्‍वीकृति नहीं देंगे तो लोग नंबर दो में पैसे लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि यह सच है कि पार्टियों को चुनाव लड़ने के लिए पैसे की जरूरत होती है। हर पार्टी को इसकी (पैसे की) जरूरत है।"

एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में उन्‍होंने कहा, "जिस पैसे से रोजगार पैदा होता है, जिस पैसे से विकास होता है और जिस पैसे से गवर्नमेंट का रेवेन्‍यू बढ़ता है, उसे हम ब्‍लैक कैसे कहें। समस्‍या है कि कोई पैसा लेकर दुनिया में कहीं दूसरी जगह डालता है।"

इसके अलावा, जबकि वरिष्ठ भाजपा नेता ने घोषणा की कि वह शीर्ष अदालत के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, उन्होंने टिप्पणी की कि इस योजना को वापस लेने का एक और 'नुकसान' था। गडकरी ने कहा, "यदि आप बांड को अस्वीकार करते हैं, तो लोग पैसे को 'नंबर दो' के रूप में लेंगे।" केंद्रीय परिवहन मंत्री ने सत्तारूढ़ भाजपा के बीच 'प्रतिनिधित्व' के विपक्ष के आरोप को भी खारिज कर दिया। साक्षात्कार के दौरान, गडकरी ने इस तर्क को भी खारिज कर दिया कि चुनावी बांड काले धन को सिस्टम में वापस ला सकते हैं। 

गडकरी ने आगे कहा, "मैं 10 साल से सांसद हूं। मेरा नाम और काम से लोग परिचित हैं। लेकिन मैं लोगों में जाऊंगा और उनका आशीर्वाद लूंगा। मैं यह कोशिश कर रहा हूं कि हर वार्ड में 500-600 लोगों को निमंत्रित करके और उनके साथ सवाल-जवाब करूंगा। मैं जमींनसे जुड़ा रहना पसंद करता हूँ।"

 

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