प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को ‘बिहार दिवस’ की लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारतीय परंपराओं और संस्कृति का केंद्र रहे राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
प्रधानमंत्री ने लिखा, ‘‘भारतीय इतिहास को गौरवान्वित करने वाला हमारा यह प्रदेश आज अपनी विकास यात्रा के जिस महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है, उसमें यहां के परिश्रमी और प्रतिभाशाली बिहारवासियों की अहम भागीदारी है। हमारी संस्कृति और परंपरा के केंद्र-बिंदु रहे अपने इस राज्य के चौतरफा विकास के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे।’’
प्राचीन भारतीय साम्राज्यों और बौद्ध एवं जैन धर्म से जुड़े पवित्रतम स्थानों का गृह होने के कारण बिहार भारत के सबसे गरीब राज्यों में से एक है जहां बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक देश के विभिन्न भागों में काम करते हैं।
बिहार को 1912 में तत्कालीन बंगाल प्रेसीडेंसी से अलग करके 22 मार्च को अलग राज्य बनाया गया था।